मुंबई, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला के दर्शन करने नहीं गए क्योंकि उन्हें वोट बैंक खोने के डर है।
महाराष्ट्र के धुले जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को निरस्त करने के फैसले का विरोध किया। उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे से जानना चाहा कि कांग्रेस नेता के इस रुख पर उसकी क्या राय है?
कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना यूबीटी महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) और राष्ट्रीय स्तर पर ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक हैं।
अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में इस साल जनवरी में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न केवल राम मंदिर के मुद्दे का समाधान किया बल्कि उसके निर्माण में भी सहायता की। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी को (प्राण प्रतिष्ठा समारोह) निमंत्रण दिया गया था लेकिन वह वोट बैंक के खोने के डर से नहीं गए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ऐसा कोई डर नहीं है।’’
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस ने इसी तुष्टीकरण की राजनीति के कारण जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को नहीं हटाया।
उन्होंने कहा, ‘‘गांधी ने अनुच्छेद-370 को निरस्त करने का विरोध किया। मैं उनके सहयोगी उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि गांधी के रुख पर उनकी क्या राय है। गांधी और कांग्रेस ने वीर सावरकर का अपमान किया। ठाकरे को इस बारे में क्या कहना है? ’’
शाह ने कहा, ‘‘मैं उद्धव ठाकरे से स्पष्टकीण चाहता हूं। ‘इंडिया’ गठबंधन के एक घटक एम.के. स्टालिन नीत द्रमुक (द्रविड़ मुनेत्र कषगम) है और उनके (स्टालिन के)बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म का अपमान किया। क्या उद्धव ठाकरे उससे सहमत हैं? ’’
कांग्रेस और वायनाड से मौजूदा सांसद राहुल गांधी पर अपना हमला जारी रखते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें 20 बार नेता के तौर पर ‘‘ लांच और रीलांच’’ करने की कोशिश की गई।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘वह (राहुल गांधी) कैसे चंद्रयान को चंद्रमा पर लॉन्च कर सकते हैं? क्या वह और उनकी पार्टी पाकिस्तान को करारा जवाब दे सकती है? क्या वे नक्सलवाद और आतंकवाद का इस देश से सफाया कर सकते हैं? क्या भारत को समृद्ध बना सकते हैं? ’’
शाह धुले से भाजपा नेता और पूर्व रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे के समर्थन में प्रचार कर रहे थे। इस सीट से कांग्रेस ने पूर्व विधायक शोभा बछाव को भामरे के खिलाफ मैदान में उतारा है।
इस सीट पर लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में 20 मई को मतदान होगा।