नयी दिल्ली, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि पिछले कुछ दशकों में वैश्विक व्यवस्था में ‘‘पुनर्संतुलन’’ देखा गया है जो इसकी नई दिशाओं को आकार दे रहा है।
‘आर्बिटरेशन बार ऑफ इंडिया’ के उद्घाटन पर यहां एक सभा को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि ‘‘जैसे-जैसे हम विकसित भारत की यात्रा पर आगे बढ़ेंगे’’, मतभेदों और विवादों के समाधान, सामंजस्य एवं मध्यस्थता की आवश्यकता और भी अधिक बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि भारत के मध्यस्थता के केंद्र के रूप में उभरने की दिशा में यह एक ‘‘बहुत महत्वपूर्ण कदम’’ है।
जयशंकर ने कहा, ‘‘पिछले कुछ दशकों में वैश्विक व्यवस्था में एक पुनर्संतुलन देखा गया है जो नई दिशाओं को आकार दे रहा है।’’