फरीदाबाद, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी सचिव एस कृष्णन ने शुक्रवार को कहा कि आईटी हार्डवेयर उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत चुने गये पर्सनल कंप्यूटर और सर्वर विनिर्माताओं में से ज्यादातर के इस साल उत्पादन शुरू करने की उम्मीद है।
कृष्णन ने यहां नेटवेब टेक्नोलॉजीज की एक नई अत्याधुनिक कंप्यूटिंग सर्वर विनिर्माण इकाई के उद्घाटन के मौके पर अलग से बातचीत में कहा, ‘‘… 27 पीएलआई कंपनियों में से लगभग 17 इस साल उत्पादन शुरू कर देंगी। उनमें से लगभग छह-सात ने पिछले साल उत्पादन शुरू किया था और दो ने अगले साल उत्पादन शुरू करने की योजना बनाई है।’’ ।
सरकार ने नवंबर, 2023 में आईटी हार्डवेयर के लिए नई उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के तहत डेल, एचपी, फॉक्सकॉन, लेनोवो, नेटवेब टेक्नोलॉजीज सहित 27 कंपनियों के आवेदन को मंजूरी दी थी।
आईटी हार्डवेयर योजना के तहत जिन बड़े नामों को मंजूरी दी गई है उनमें फ्लेक्सट्रॉनिक्स, वीवीडीएन और ऑप्टिमस शामिल हैं। जिन अन्य आवेदकों को हरी झंडी मिली है उनमें पैडगेट इलेक्ट्रॉनिक्स, एसओजेओ मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज, गुडवर्थ, नियोलिन्क, सिरमा एसजीएस, मेगा नेटवर्क्स, पैनाचे डिजीलाइफ और आईटीआई लि. शामिल हैं।
कृष्णन ने 10,372 करोड़ रुपये के भारत एआई मिशन के बारे में कहा कि इसमें घरेलू कंपनियों को प्राथमिकता मिलेगी।
मंत्रिमंडल ने इस साल सात मार्च को देश में एआई (कृत्रिम मेधा) विकास को प्रोत्साहित करने को लेकर पांच साल के लिए 10,372 करोड़ रुपये के व्यय के साथ भारत एआई मिशन को मंजूरी दी।
स्वीकृत कोष का उपयोग सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत उच्च-स्तरीय एआई परिवेश तैयार करने के लिए किया जाएगा।