नयी दिल्ली, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि आर्थिक गतिविधियों में तेजी और कर संग्रह में दक्षता के दम पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह दो लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है।
सीतारमण ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इस मील के पत्थर को हासिल करने में राजस्व विभाग के केंद्रीय और राज्य अधिकारियों तथा केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के ‘ईमानदार और सहयोगात्मक प्रयासों’ की सराहना की।
उन्होंने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था में मजबूत गतिविधियां और कुशल कर संग्रह की बदौलत जीएसटी संग्रह दो लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है।’’
माल एवं सेवा कर संग्रह अप्रैल 12.4 प्रतिशत बढ़कर 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया। घरेलू लेनदेन और आयात में वृद्धि के कारण जीएसटी संग्रह बढ़ा है। बीते साल अप्रैल में जीएसटी संग्रह 1.87 लाख करोड़ रुपये था।
सीतारमण ने यह भी कहा, ‘‘आईजीएसटी (एकीकृत जीएसटी) निपटान को लेकर राज्यों का कोई बकाया नहीं है।’’
जीएसटी एक जुलाई, 2017 से लागू हुआ। वर्तमान में, जीएसटी प्रणाली पर पंजीकृत करदाताओं की संख्या 1.45 करोड़ है।