ईवीएम पर न्यायालय के फैसले ने विपक्षी गठबंधन के घटकों को बेनकाब कर दिया: अर्जुन राम मेघवाल

नयी दिल्ली,  केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के इस्तेमाल को लेकर उच्चतम न्यायालय के फैसले का शुक्रवार को स्वागत किया और कहा कि इसने निर्वाचन आयोग को बदनाम करने के लिए प्रयासरत कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों को बेनकाब कर दिया है।

न्यायालय ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के माध्यम से डाले गये वोट का ‘वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल’ (वीवीपीएटी) के साथ मिलान कराने का अनुरोध करने वाली सभी याचिकाएं खारिज कर दीं और कहा कि तंत्र के किसी भी पहलू पर ‘‘आंख मूंद कर अविश्वास करना’’ बिना वजह संदेह पैदा कर सकता है।

मेघवाल ने यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में कहा कि ईवीएम प्रणाली बिल्कुल ठीक है, विश्वसनीय है और इसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। अदालत का फैसला शानदार है। हम भाजपा की तरफ से इस फैसले का स्वागत करते हैं।’’

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस फैसले ने कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) के अन्य घटकों को बेनकाब कर दिया है। मेघवाल ने कहा कि उन्होंने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाकर चुनाव आयोग को ‘‘बदनाम’’ करने का कोई मौका नहीं छोड़ा।

मेघवाल ने कहा, ‘‘ एक बार फिर विपक्षी गठबंधन और उसके घटक दल कटघरे में आ गए हैं। उन्होंने हमेशा निर्वाचन आयोग को कमतर आंका और उसे बदनाम करते रहे। विदेश जाकर राहुल गांधी ने निर्वाचन आयोग को बदनाम किया। हाल ही में प्रियंका गांधी ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे।’’

उन्होंने कहा कि पांच लोकसभा और 132 विधानसभा चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल हो चुका है।

मेघवाल ने कहा, ‘‘ इसके बावजूद वे ईवीएम पर सवाल उठाते रहते हैं। जब कांग्रेस ने कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना में चुनाव जीता और तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव जीता तब तो ईवीएम बिल्कुल ठीक थीं। जब वे हारते हैं तो दोष ईवीएम पर मढ़ देते हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि देश की संवैधानिक संस्थाओं को ‘‘बदनाम’’ करना कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन के अन्य घटक दलों के नेताओं की ‘‘आदत’’ बन गई है।