बेंगलुरु,कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि आयकर (आईटी) विभाग लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को निशाना बनाते हुए छापेमारी कर रहा है और जिन नेताओं के यहां छापे पड़े हैं उन्हें यह दावा करने के लिए धमका रहा है कि पैसा उनका (शिवकुमार) और पार्टी का है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि विभाग ”भाजपा के एजेंटों” की तरह काम कर रहा है।
आईटी अधिकारियों ने लोकसभा चुनाव से पहले बुधवार को कर्नाटक में कारोबारियों और प्रमुख राजनीतिक नेताओं के सहयोगियों से संबंधित बेंगलुरु और उसके आसपास के कुछ स्थानों पर एक साथ छापेमारी की।
शिवकुमार ने कहा, “आयकर विभाग का इस्तेमाल सिर्फ कांग्रेस पार्टी के लोगों को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है। उन्हें किसी से पैसा नहीं मिला है। आयकर विभाग वाले सभी को यह कहने के लिए धमका रहे हैं कि ये पैसा शिवकुमार का है, कांग्रेस का है।”
यहां पत्रकारों से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, “उन्हें (आईटी अधिकारियों को) करीब एक घंटे तक तलाशी करनी होती है और वापस जाना होता है; इसके बजाय, लोगों को पूरे दिन उनके साथ बैठने के लिए मजबूर किया जा रहा है, उन्हें चुनावी गतिविधियों में शामिल नहीं होने दिया जा रहा है। मुझे आयकर विभाग से ऐसी राजनीति की उम्मीद नहीं थी।”
उन्होंने कहा, “उन्हें जाने दें और अपनी तलाशी लें। क्या वे भाजपा से किसी के पास गए? क्या उन्हें नहीं पता कि भाजपा कहां पैसा बांट रही है? क्या कोई सूची नहीं है? आपने (आईटी) लोगों को निगरानी के लिए रखा है, वे क्या कर रहे हैं?”
शिवकुमार ने कहा, “ भाजपा एजेंट की तरह आप काम कर रहे हैं। कल तीन या चार स्थानों पर विशेष रूप से बेंगलुरु ग्रामीण क्षेत्र के हमारे कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया गया।”
शिवकुमार के भाई और वर्तमान सांसद डी के सुरेश बेंगलुरु ग्रामीण से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, जहां शुक्रवार को मतदान होना है।
सूत्रों के मुताबिक, बुधवार की छापेमारी एक प्रमुख नेता से जुड़े स्थान पर केंद्रित थी, जिन्होंने कांग्रेस के लिए प्रचार रैलियां आयोजित की थीं।
शिवकुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने ‘हताशा’ में राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के खिलाफ हाल में कुछ बयान दिए।
उन्होंने कहा, “लेकिन, वे यहां (कर्नाटक में) एक बार फिर असफल होंगे। मैं पहले ही कह चुका हूं कि उन्हें यहां दहाई अंक में सीट नहीं मिलेंगी।” कर्नाटक में कुल 28 लोकसभा क्षेत्र हैं।
प्रधानमंत्री की ‘मंगलसूत्र’ वाली टिप्पणी पर उनकी आलोचना करते हुए, कांग्रेस प्रदेश प्रमुख ने मोदी सरकार के दौरान सोने की कीमतों में कथित वृद्धि को उजागर करने की कोशिश की और कहा, “(मुद्दा यह है) महिलाएं मंगलसूत्र पहनने में असमर्थ हैं (क्योंकि वह सोना नहीं खरीद पा रही हैं)… न कि मंगलसूत्र कांग्रेस छीन रही है।”