पंत और अक्षर की साझेदारी ने अंतर पैदा किया: आमरे

नयी दिल्ली,  दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच प्रवीण आमरे ने बुधवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग के रोमांचक मुकाबले में गुजरात टाइटंस के खिलाफ चार रन की करीबी जीत दर्ज करने के बाद अक्षर पटेल और कप्तान ऋषभ पंत की सराहना करते हुए कहा कि इनकी बदौलत टीम 20 अतिरिक्त रन जुटाने में सफल रही।

विकेटकीपर बल्लेबाज पंत (43 गेंद में नाबाद 88 रन, आठ छक्के, पांच चौके) ने अक्षर (43 गेंद में 66 रन, चार छक्के, पांच चौके) के साथ चौथे विकेट के लिए उस समय 113 रन की साझेदारी की जब टीम 44 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद संकट में थी। पंत ने अंत में ट्रिस्टन स्टब्स (सात गेंद में नाबाद 26, तीन चौके, दो छक्के) के साथ सिर्फ 18 गेंद में 67 रन की अटूट साझेदारी करके टीम का स्कोर चार विकेट पर 224 रन तक पहुंचाया।

इसके जवाब में टाइटंस की टीम साई सुदर्शन (39 गेंद में 65 रन, सात चौके, दो छक्के) और डेविड मिलर (23 गेंद में 55 रन, तीन छक्के, छह चौके ) के अर्धशतक के बावजूद आठ विकेट पर 220 रन ही बना सकी।

अक्षर को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने पर आमरे ने कहा कि निचले क्रम में बल्लेबाजी के अधिक मौके नहीं मिलने के कारण उन्हें ऊपरी क्रम में भेजा गया।

आमरे ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर आपको याद हो तो पिछले साल भी वह गेंद को काफी अच्छी तरह मार रहा था। उसको आखिरी चार या पांच ओवर में ही मौके मिल रहे थे इसलिए हमारा विचार यही था कि उसे मौका दिया जाए।’’

उन्होंने कहा,‘‘अक्षर काफी अच्छा खेला लेकिन इससे भी अधिक महत्वपूर्ण ऋषभ (पंत) के साथ उसकी साझेदारी थी। उन्होंने 113 रन की साझेदारी की। हम संघर्ष कर रहे थे। हमने पावर प्ले में 44 रन तक तीन विकेट गंवा दिए थे। अक्षर ने जो परिपक्वता दिखाई वह हमारी टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण थी और यही कारण है कि हम आखिरी पांच ओवर में 96 रन (97 रन) जोड़ने में सफल रहे।’’

आमरे ने कहा, ‘‘जब पहले टाउम आउट (स्ट्रेटेजिक ब्रेक) के दौरान मैं मैदान पर गया तो हमने बात की कि कितना स्कोर सही रहेगा। हमने सोचा कि पहले 180 रन पर ध्यान लगाते हैं। ऋषभ हालांकि आत्मविश्वास से भरा था। उसने कहा कि अभी के लिए 180 रन ठीक है लेकिन हम टिके रहे तो और रन बना पाएंगे। उसने अंतिम पांच ओवर में काफी अच्छी बल्लेबाजी की विशेषकर अनुभवी मोहित (शर्मा) के खिलाफ अंतिम ओवर में 31 रन जिससे हम 224 रन तक पहुंच पाए।’’

आमरे ने कहा कि टीम अभिषेक पोरेल को ट्रिस्टन स्टब्स के साथ फिनिशर की भूमिका में ढाल रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘अभिषेक पोरेल भी पंजाब के खिलाफ मुकाबले के बाद से अच्छा खेल रहा था। वह गेंद को काफी अच्छी तरह हिट कर रहा है। बल्लेबाजी इकाई के रूप में हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि सभी छह बल्लेबाज रन बनाए और बड़ी पारी खेलें। अक्षर अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पाया था इसलिए हमारे लिए यह महत्वपूर्ण था। हमें विश्वास था कि पोरेल ऊपरी क्रम और निचले क्रम दोनों में खेल सकता है। हम उसे (ट्रिस्टन) स्टब्स के साथ फिनिशर की भूमिका दे रहे हैं।’’

आमरे ने समर्थन के लिए दर्शकों की भूमिका की भी सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘दर्शकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही। वे प्रत्येक मैच में हमारा समर्थन करने आ रहे हैं। उन्होंने हमारी हौसलाअफजाई की। पहले हाफ में नहीं लग रहा था कि हम 180 रन तक भी पहुंच पाएंगे। हमने इसके बाद अतिरिक्त 20 रन बनाए। 240 गेंद में 445 रन बने तो यह दर्शकों के लिए भी क्रिकेट का अच्छा मुकाबला था। वे काफी करीब आए लेकिन इस प्रारूप में एक रन भी काफी अंतर पैदा करता है।’’

आमरे ने कहा कि उनकी टीम भी पहले बल्लेबाजी करना चाहती थी क्योंकि बल्लेबाजी के अनुकूल विकेट पर वे चाहते थे कि बल्लेबाज बिना किसी दबाव के खेलें।

उन्होंने कहा, ‘‘हम भी पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे। यह काफी अच्छा विकेट था इसलिए बल्लेबाजी इकाई के रूप में महत्वपूर्ण था कि हम बिना किसी दबाव के बल्लेबाजी करें। हमने सोचा था कि अपनी बल्लेबाजी इकाई को बिना किसी दबाव के 120 गेंद खेलने का मौका देते हैं। ’’

चोट के कारण एक साल से भी अधिक समय बाद वापसी कर रहे पंत की सराहना करते हुए आमरे ने कहा, ‘‘उसने काफी अच्छी तैयारी की है। विशाखापत्तनम में शिविर के दौरान वह हवाई अड्डे से सीधा स्टेडियम आ गया। उसने सुनिश्चित किया कि वह प्रत्येक दिन का फायदा उठाए। उसे इसी का फायदा मिल रहा है। कुछ अच्छी पारियां खेलकर उसका आत्मविश्वास बढ़ा और आज उसने अकेले दम पर मैच का रुख पलट दिया। अनुभवी गेंदबाज के खिलाफ 31 रन दिखाता है कि वह अच्छी फॉर्म में है।’’

टाइटंस के ऑलराउंडर साई किशोर ने कहा कि संदीप वारियर (15 रन तीन विकेट) ने उनकी टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई थी लेकिन पंत और अक्षर की बल्लेबाजी ने अंतर पैदा किया।

उन्होंने कहा, ‘‘पावर प्ले में संदीप वारियर ने काफी अच्छी गेंदबाजी की और हमारी स्थिति मजबूत की। अक्षर और पंत ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। उन दोनों, विशेषकर पंत ने अच्छी गेंदों पर भी बाउंड्री लगाई। छक्के ही नहीं बल्कि अच्छी गेंदों पर उन्होंने चौके भी लगाए जिससे वे लय में आ गए। अंतिम दो से तीन ओवर में हमने चौकों से अधिक छक्के खाए जिससे मैच थोड़ा हमारी पकड़ से बाहर हो गया।’’

साई किशोर को मैच में एकमात्र ओवर फेंकने का मौका दिल्ली की पारी के 19वें ओवर में मिला लेकिन उन्होंने कहा कि जब आपके पास अधिक गेंदबाजी विकल्प हों तो ऐसा होता है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास गेंदबाजी में काफी विकल्प थे। हमारे पास छह से सात विकल्प थे। अधिकतर टीमों के साथ ऐसा होता है कि कुछ गेंदबाजों को काफी कम गेंदबाजी मिलती है। अगर आपको किसी स्पिनर या गेंदबाज के खिलाफ लगता है कि रन बनने की अधिक संभावना है तो आप उसे गेंदबाजी देने से हिचकते हैं। लेकिन एक गेंदबाज के रूप में आपको हर स्थिति के लिए तैयार रहना पड़ता है।’’

इस जीत से दिल्ली के नौ मैच में चार जीत से आठ अंक हो गए हैं। टाइटंस के भी इतने ही मैचों में इतने ही अंक हैं लेकिन दिल्ली की टीम बेहतर नेट रन रेट के कारण उससे एक स्थान आगे छठे पायदान पर है। साई किशोर ने कहा कि उनकी टीम प्ले ऑफ में क्वालीफाई करने को लेकर आश्वस्त है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस टीम का महत्वपूर्ण पक्ष आत्मविश्वास है। लक्ष्य का पीछा करने के दौरान सभी को लग रहा था कि हम इसे हासिल कर सकते हैं। हमें नहीं पता कि क्वालीफाई (प्ले ऑफ में) करने के लिए क्या समीकरण हैं लेकिन अधिकांश खिलाड़ियों का मानना है कि हम ऐसा करने में सफल रहेंगे। हमें अपने खेल पर ध्यान देगा होगा और चीजें अपने आप सही हो जाएंगी। हमें नतीजों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत नहीं है। हमें अपने खेल पर और इसे बेहतर करने पर ही ध्यान देना चाहिए।’’