वाशिंगटन, एक वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक ने लॉस एंजिलिस में जैन समुदाय के सदस्यों के साथ मुलाकात की।
यह मुलाकात, अमेरिका और भारत के बीच संबंधों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भारतीय अमेरिकियों के साथ संवाद के अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रयासों के तहत हुई।
दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के सहायक मंत्री डोनाल्ड लू ने दक्षिणी कैलिफोर्निया में स्थित जैन मंदिर में दर्शन किए और स्थानीय जैन समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की।
एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि लू ने दक्षिणी कैलिफोर्निया में जैन समुदाय से सदस्यों से मुलाकात करने के बाद उनका आभार व्यक्त किया और लॉस एंजिलिस में विकास के लिए उनके योगदान को रेखांकित किया।
उन्होंने अमेरिका और भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने में भारतीय-अमेरिकियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा, “भारतीय-अमेरिकी भारत के साथ हमारे मजबूत संबंधों की रीढ़ हैं।”
लू ने कहा, ”दक्षिणी कैलिफोर्निया में जैन समुदाय के साथ मुलाकात करना और लॉस एंजिलिस के विकास में उनके योगदान के साथ खुद को संबद्ध करना एक अद्भुत अनुभव था।”
प्रख्यात जैन समुदाय के नेता अजय जैन भूटोरिया और जैन मंदिर के अध्यक्ष समीर शाह तथा जैन समुदाय के महेश वाढेर इस दौरान मौजूद थे।
शाह, वाढेर और मंदिर की कार्यकारी टीम ने लू को जैन धर्म, इसकी खान-पान संबंधी प्रथाओं, अहिंसा के दर्शन, भगवान महावीर के शांति, करुणा और अहिंसा के संदेश और उपवास परंपराओं के जैन तरीके के बारे में जानकारी साझा की।
भूटोरिया ने शांति, अहिंसा और करुणा को बढ़ावा देने के भगवान महावीर के संदेश के महत्व को रेखांकित करते हुए जैन मंदिर में अमेरिकी विदेश मंत्रालय की टीम के दौरे की सराहना की।
भूटोरिया ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन और विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन के कारण अमेरिका और भारत के संबंध और मजबूत हुए हैं।
उन्होंने कहा कि वे दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के साथ-साथ अमेरिकी हितों और साझा मूल्यों को बढ़ावा देने में मदद करेंगे।