नयी दिल्ली, आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने दिल्ली के तिहाड़ जेल प्रशासन पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मंत्री आतिशी के बीच प्रस्तावित मुलाकात आखिरी समय में रद्द करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि ‘‘यहां तक कि ब्रिटिश काल में भी इस तरह का व्यवहार देखने को नहीं मिलता था’’।
तिहाड़ जेल प्रशासन की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और नगर शिक्षा मंत्री आतिशी को तिहाड़ में मुख्यमंत्री से मिलना था।
सिंह ने कहा, ‘‘लेकिन आतिशी की बैठक की पुष्टि कल नहीं हुई। दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने मुलाकात के लिए (जेल प्रशासन से) अनुरोध किया था, परंतु आखिरी समय में उनकी बैठक रद्द कर दी गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनकी मुलाकात रद्द होने के बाद, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक को भारद्वाज के साथ जाना था, लेकिन आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे उन्हें सूचित किया गया कि उनकी मुलाकात भी रद्द कर दी गई है।’’
सिंह ने इस कदम के पीछे के कारणों पर सवाल उठाया और आशंका जताई कि भविष्य में केजरीवाल को अपनी पत्नी से मिलने की अनुमति भी नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘आप एक सांसद की, एक मंत्री की केजरीवाल के साथ मुलाकात रद्द कर रहे हैं। आपने पहले उनके साथ मेरी मुलाकात रद्द कर दी थी। कल आप उनकी पत्नी के साथ मुलाकात रद्द कर सकते हैं। ब्रिटिश शासन में भी इस तरह का व्यवहार नहीं देखा गया था।’’
सिंह ने कहा कि वह इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना को पत्र लिखेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘उनके साथ आतंकवादियों या कट्टर अपराधियों से भी बदतर व्यवहार किया जा रहा है। उन्हें अपने वकीलों और उनके परिजनों से व्यक्तिगत रूप से मिलने की अनुमति है, लेकिन आप उनकी मुलाकातों को रोक रहे हैं।’’
आप नेता ने कहा कि मुलाकात रद्द करने का ‘कोई कारण नहीं बताया गया’।
इससे पहले दिन में भारद्वाज ने केजरीवाल के साथ 30 मिनट लंबी मुलाकात की।
भारद्वाज ने मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरी ‘मुलाकात जंगला’ में आधे घंटे की मुलाकात हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को उनकी चिंता नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह मजबूत हैं और दिल्ली के लोगों के आशीर्वाद से वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।’’
‘मुलाकात जंगला’ एक लोहे की जाली से बांटा गया वह हिस्सा होता है जिसका इस्तेमाल कैदी को उनके परिजनों से मिलाने के लिए किया जाता है। इसके तहत जाली के उस पार कैदी होता है और इस पार से उसके परिजन बात करते हैं।
केजरीवाल को 21 मार्च को धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था।
मुख्यमंत्री ने अपनी गिरफ्तारी के बाद भी पद नहीं छोड़ा है और आप ने कहा है कि वह जेल से सरकार चलाना जारी रखेंगे।