नयी दिल्ली/चेन्नई, द्रमुक अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने बुधवार को लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की जीत का भरोसा जताया और कहा कि नयी सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी) और जनजाति (एसटी) के उत्थान के संकल्प को पूरा करेगी।
स्टालिन ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में समृद्ध भारत फाउंडेशन द्वारा आयोजित सामाजिक न्याय सम्मेलन (सामाजिक न्याय सम्मेलन) में अपने संबोधन में कहा, तमिलनाडु ने सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सम्मेलन में मुख्यमंत्री का संबोधन द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के राज्यसभा सदस्य पी. विल्सन ने पढ़ा।
द्रमुक प्रमुख ने 1921 के जस्टिस पार्टी सरकार के युग को याद किया और कहा कि यह सांप्रदायिक जी.ओ. (सरकारी आदेश) के माध्यम से वंचितों के लिए आरक्षण की शुरुआत के साथ सामाजिक न्याय के प्रतीक के रूप में खड़ी थी।
उन्होंने कहा, आजादी के बाद, “आरक्षण व्यवस्था पर खतरों के बीच”, द्रविड़ आंदोलन के दृढ़ विरोध, जिसे “मद्रास घटनाक्रम” के रूप में जाना जाता है, ने संविधान के पहले संशोधन को प्रेरित किया।
“इस संशोधन ने सकारात्मक कार्रवाई को मजबूत किया, जिससे हाशिए पर रहने वाले समुदायों का निरंतर उत्थान सुनिश्चित हुआ।”
उन्होंने कहा, वर्तमान में तमिलनाडु गर्व से ओबीसी, एससी/एसटी के लिए 69 प्रतिशत आरक्षण का दावा करता है, जो ‘मनमानी’ 50 प्रतिशत की सीमा को पार कर गया है।
कांग्रेस पार्टी के लोकसभा चुनाव घोषणापत्र और हाशिये पर पड़े लोगों के कल्याण और विकास के आश्वासन पर, स्टालिन ने कहा: “मुझे यह देखकर खुशी होती है कि द्रमुक के कई सिद्धांत 2024 के संसदीय चुनावों के लिए कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र में प्रतिबिंबित होते हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि हमारी आगामी सरकार ओबीसी और एससी/एसटी के उत्थान के अपने वादे को ईमानदारी से पूरा करेगी।”