देहरादून, उत्तराखंड के सभी पांच लोकसभा क्षेत्र में शुक्रवार को पहले चरण के तहत मतदान होगा और इसके लिए प्रदेश में तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने यहां बताया कि मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा जो शाम पांच बजे तक जारी रहेगा। मतदान के लिए प्रदेश के 13 जिलों में 11,729 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
वर्ष 2014 और 2019 में राज्य की सभी पांच लोकसभा सीट पर जीत का परचम फहराने वाली सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को इस बार भी पुराना प्रदर्शन दोहराने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस अपनी खोई राजनीतिक जमीन को फिर पाने का प्रयास कर रही है।
राज्य की पांच लोकसभा सीट (पौड़ी गढ़वाल , टिहरी, अल्मोड़ा (सुरक्षित), हरिद्वार और नैनीताल) से सांसद बनने के इच्छुक 55 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 83 लाख से ज्यादा मतदाता करेंगे।
चनाव प्रचार में पिछले एक पखवाड़े में काफी तेजी आयी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड में उनके समकक्ष पुष्कर सिंह धामी सहित भाजपा के तमाम स्टार प्रचारकों ने राज्य के कोने-कोने में चुनावी रैलियां और रोड शो कर तीसरी बार केंद्र में फिर सरकार बनाने के लिए जनता से समर्थन मांगा।
दूसरी तरफ शुरुआत से ही कांग्रेस की तरफ से प्रदेश में चुनाव प्रचार की कमान स्थानीय नेताओं ने संभाल रखी है। हालांकि, 13 अप्रैल को पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रदेश में रामनगर और रूड़की में दो जनसभाएं कर कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए जनता से समर्थन मांगा।
प्रियंका ने केंद्र की मोदी सरकार पर पिछले 10 सालों में झूठ बोलने के सिवाय कुछ नहीं करने का आरोप लगाते हुए जनता से बदलाव के लिए कांग्रेस को वोट देने की अपील की।
उन्होंने लोगों से बुद्धिमानी से अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आग्रह किया तथा कहा कि ऐसा नहीं करने पर उनका रोजमर्रा का संघर्ष अगले पांच साल और जारी रहेगा।
राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे देश में अन्य जगह व्यस्त होने के कारण उत्तराखंड में चुनाव प्रचार के लिए समय नहीं निकाल पाए।
भाजपा नेताओं ने विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए मोदी सरकार को एक और कार्यकाल देने की जनता से अपील की। उन्होंने जनता को बताया कि उत्तराखंड इस विकसित भारत अभियान का एक अभिन्न हिस्सा है जहां पिछले 10 सालों में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार द्वारा आधारभूत सुविधाओं से लेकर कनेक्टिविटी बढ़ाने तक हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
भाजपा ने नैनीताल से अजय भट्ट, अल्मोड़ा से अजय टम्टा और टिहरी से मालराज्य लक्ष्मी शाह पर दोबारा भरोसा जताया है, जबकि हरिद्वार से रमेश पोखरियाल निशंक की जगह पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पौड़ी गढ़वाल से तीरथ सिंह रावत की जगह पार्टी प्रवक्ता अनिल बलूनी पर दांव लगाया है।
कांग्रेस ने पौड़ी गढ़वाल से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, हरिद्वार से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र वीरेंद्र रावत, टिहरी से जोत सिंह गुनसोला, नैनीताल से प्रकाश जोशी और अल्मोड़ा से प्रदीप टम्टा को अपना प्रत्याशी बनाया है। टम्टा को छोड़कर अन्य सभी चारों प्रत्याशी पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
चुनाव में अन्य दलों सहित निर्दलीय प्रत्याशी भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन हर बार की तरह इस बार भी सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है।