मेरी सादगी को मेरी कमजोरी न समझा जाए : मुख्यमंत्री माझी

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भुवनेश्वर, 10 जून (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मंगलवार को कहा कि उनकी सादगी को ‘‘उनकी कमजोरी कतई नहीं’’माना जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि ओडिशा की भाजपा सरकार ने 2024 के चुनावों से पहले पार्टी द्वारा लोगों से किए गए 21 वादों में से 11 को पूरा कर दिया है।

माझी ने 12 जून को अपनी सरकार के एक साल पूरे होने के अवसर पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं एक आदिवासी परिवार से आता हूं और मेरे अंदर सादगी है। हालांकि, किसी को भी इसे (सादगी को) मेरी कमजोरी नहीं समझना चाहिए।’’

मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी पिछली बीजू जनता दल (बीजद) सरकार के दौरान कथित भ्रष्टाचार के बड़े मामलों पर उनकी सरकार की कथित चुप्पी पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए की। ये मामले ज्यादातर चिटफंड और खनन घोटालों से संबंधित थे।

माझी ने कहा, ‘‘हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। सोमवार को एक आईएएस अधिकारी की गिरफ्तारी हमारी बात को साबित करती है। एक मुख्य अभियंता को भी भ्रष्टाचार के आरोप में उनकी सेवानिवृत्ति वाले दिन गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी सरकार अगले दो दिन में एक साल पूरा कर लेगी। हम पांच साल के लिए चुने गए हैं। आगे भी भ्रष्ट तत्वों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।’’

एक अन्य सवाल के जवाब में माझी ने कहा कि सरकार इस साल से सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग (एसईबीसी) के छात्रों के लिए तकनीकी शिक्षा में 11.25 प्रतिशत आरक्षण लागू करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की बड़ी उपलब्धि सरकार और आम लोगों के बीच की ‘‘कृत्रिम दीवार’’ को तोड़ना है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज कोई भी व्यक्ति बिना किसी बाधा के अपने मुख्यमंत्री और मंत्रियों से मिल सकता है। पिछले एक साल में मैंने हर जिले का दौरा किया है और लाखों लोगों से सीधे मुलाकात की है, उनकी समस्याएं सुनी हैं, उनके सुख-दुख साझा किए हैं।’’

नौ जून को केंद्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 11 साल पूरे होने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया है, पिछले 11 वर्षों में 27 करोड़ से अधिक भारतीयों को अत्यधिक गरीबी से बाहर निकाला गया है।

विश्व बैंक की एक हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए माझी ने कहा कि पिछले 13 वर्षों में भारत में अत्यधिक गरीबी में रहने वाले लोगों का अनुपात 27.1 प्रतिशत से घटकर 5.3 प्रतिशत हो गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि लगभग 27 करोड़ लोग अत्यधिक गरीबी की पीड़ा से मुक्त हो गए हैं। यह एकमात्र संकेतक मोदी सरकार के तहत विकास के पैमाने को दर्शाता है।’’

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