गया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर अफवाहें फैलाकर देश के संविधान को राजनीतिक हथकंडे के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि यह चुनाव उन्हें सजा देगा जो संविधान के खिलाफ हैं एवं देश को ‘विकसित भारत’ बनाने के केंद्र के प्रयासों का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल सहित विपक्षी नेताओं पर संविधान के साथ राजनीति करने का आरोप भी लगाया।
बिहार के गया जिले में एक चुनाव रैली को संबोधित कर रहे मोदी ने कहा ‘‘यह चुनाव ‘घमंडिया’ गठबंधन के नेताओं को सजा देगा। यह चुनाव उन्हें सजा देगा जो संविधान के खिलाफ हैं एवं देश को ‘विकसित भारत’ बनाने के केंद्र के प्रयासों का विरोध कर रहे हैं।’’
मोदी विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) को अक्सर ‘घमंडिया’ गठबंधन कहते हैं।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) के संस्थापक जीतन राम मांझी गया लोकसभा सीट से राजग के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह चुनाव ‘विकसित भारत’ और ’विकसित बिहार’ के लिए है।
उन्होंने कहा ‘‘कांग्रेस और उसके सहयोगी मुझे अपमानित करने के लिए संविधान के नाम पर झूठ बोल रहे हैं। राजग संविधान का सम्मान करता है।
मोदी और भाजपा तो क्या स्वयं बाबा साहेब आंबेडकर भी इस संविधान को नहीं बदल सकते हैं, इसलिए विपक्ष झूठ फैलाना बंद करे।’’
मोदी ने कहा कि वे (विपक्षी नेता) सनातन धर्म को ‘डेंगू और मलेरिया’ कहते हैं। ‘‘वे तो एक भी सीट के हकदार नहीं हैं.. उन्हें सजा मिलनी चाहिए। ’’
उन्होंने आरोप लगाया कि राजद ‘‘भ्रष्टाचार और गुंडा राज’’ का प्रतीक है।
मोदी ने कहा ‘‘ राजद ने बिहार को केवल दो चीजें दी हैं… जंगलराज और भ्रष्टाचार। बिहार में राजद शासन के दौरान भ्रष्टाचार एक उद्योग की तरह फला-फूला है।’’
उन्होंने कहा कि यह चुनाव ‘‘विकसित भारत’’ और ‘‘विकसित बिहार’’ के लिए है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक समृद्ध भारत बनाने का अवसर खो दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद सामाजिक न्याय के नाम पर केवल राजनीति करते हैं।