राजनीतिक प्रकृति के दस्तावेजों पर कैदी हस्ताक्षर नहीं कर सकते: डीजी (कारागार)

नयी दिल्ली, आम आदमी पार्टी (आप) का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से अपनी सरकार चला रहे हैं, लेकिन शीर्ष कारागार अधिकारी संजय बेनीवाल ने सोमवार को कहा कि न्यायिक हिरासत में एक कैदी केवल दो प्रकार के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर सकता है और वे राजनीतिक प्रकृति के नहीं होने चाहिए।

यहां ‘पीटीआई’ के संपादकों से समाचार एजेंसी के मुख्यालय में बातचीत के दौरान महानिदेशक (कारागार) बेनीवाल ने यह भी कहा कि कैदियों के साथ किए जाने वाले व्यवहार में कोई भेदभाव नहीं किया जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि उन्हें समान मूल अधिकार मिले।

इससे पहले दिन में, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जेल में केजरीवाल से मुलाकात की और आरोप लगाया कि उन्हें तिहाड़ जेल में एक कट्टर अपराधी को मिलने वाली सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं।

बेनीवाल ने इन बातों को खारिज कर दिया कि जेल अधिकारियों द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ भेदभाव किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, “दुर्दांत या सामान्य अपराधी में कोई अंतर नहीं है। दिल्ली सरकार द्वारा पारित नियमावली के तहत, जेल में कैदियों के बीच कोई भेदभाव नहीं किया जाता है। प्रत्येक कैदी के कुछ बुनियादी अधिकार हैं, जिन्हें सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है और उन्हें हर किसी के लिए सुनिश्चित किया जा रहा है।”

केजरीवाल अपने दो मंत्रियों को भी अगले सप्ताह बैठक के लिए बुलाने की योजना बना रहे हैं, जिससे उनके विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की जा सके। आप ने कहा है कि वह उन्हें निर्देश और आदेश जारी करेगी।

एक सवाल के जवाब में बेनीवाल ने कहा, “व्यक्ति को केवल दो चीजों पर हस्ताक्षर करने की अनुमति है – एक उसके कानूनी कागजात और एक शिकायत। लेकिन (उनकी) प्रकृति गैर-राजनीतिक होनी चाहिए।”