पुणे, महाराष्ट्र के पुणे में स्थित एक शोध संस्थान ने लोकसभा चुनावों के मद्देनजर जागरुकता फैलाने और चुनावी प्रक्रिया में भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए अपने परिसर में लगाए गए ‘डेमोक्रेसी वॉल’ बैनर के ”क्षतिग्रस्त” पाए जाने के बाद इसकी जांच शुरू की है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक यह घटना बुधवार शाम को पुणे शहर के डेक्कन जिमखाना इलाके में स्थित गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स में सामने आई।
कुछ शरारती तत्वों ने ‘दीवार लेखन’ में इस्तेमाल होने वाले स्प्रे पेंट के जरिए बैनर से ‘लोकतंत्र’ शब्द हटाकर ‘नोटा 2024’ और ‘इंकलाब जिंदाबाद’ लिख दिया तथा बैनर को विकृत कर दिया।
शोध संस्थान ने एक बयान में कहा कि इसने जागरूकता फैलाने और चुनावी प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए भारत के निर्वाचन आयोग और महाराष्ट्र सरकार के तत्वावधान में एक चुनावी साक्षरता क्लब की स्थापना की है।
गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स ने बयान में कहा, ‘‘यह क्लब विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करता है, जैसे मतदाता नामांकन शिविर, जागरूकता मार्च, प्रतिज्ञा समारोह आदि। चल रहे अभियान के हिस्से के रूप में, संस्थान ने छात्रों को अपने विचार व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु एक ‘डेमोक्रेसी वॉल’ बनाई। एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में, 10 अप्रैल की शाम को कुछ शरारती तत्वों द्वारा ‘डेमोक्रेसी वॉल’ को तोड़ दिया गया था। संस्थान ने इसका संज्ञान लिया है और जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नयी ‘डेमोक्रेसी वॉल’ स्थापित की जा रही है।’’