पत्तनमतिट्टा (केरल), केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस केरल अवसंरचना निवेश कोष बोर्ड (केआईआईएफबी) को निशाना बना रहे हैं । उन्होंने कहा कि दोनों दल बोर्ड को निशाना बनाने के दौरान इस बात को नजरअंदाज कर रहे हैं कि राजनीतिक संबद्धता से परे बोर्ड ने सभी निर्वाचन क्षेत्रों में विकास सुनिश्चित किया है।
पत्तनमतिट्टा जिले में चुनाव प्रचार के दौरान पत्रकारों से बातचीत में विजयन ने कहा कि कांग्रेस उन केंद्रीय जांच एजेंसियों के लिए एक एजेंट के रूप में काम कर रही है जिन्होंने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए केआईआईबी के खिलाफ जांच शुरू की है।
केआईआईएफबी पर रुख को लेकर कांग्रेस और भाजपा की आलोचना करते हुए विजयन ने कहा है कि एजेंसी का सभी लेनदन पारदर्शी है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “ इसके सभी सौदे पारदर्शी हैं लेकिन केंद्रीय जांच एजेंसियां केआईआईएफबी को फंसाने की कोशिश कर रही हैं। विपक्षी कांग्रेस केआईआईएफबी को फंसाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों की सहायता कर रही है और यह राज्य को धोखा देने के समान है।”
उन्होंने कहा, ‘‘ केआईआईएफबी के तहत विकास परियोजनाओं ने राजनीतिक संबद्धता की परवाह किए बिना राज्य भर के सभी निर्वाचन क्षेत्रों को समान रूप से लाभान्वित किया है।”
विजयन ने आरोप लगाया कि केआईआईएफबी को निशाना बनाने की एक साजिश है जिसने राज्य के विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में सरकार की मदद की है।
वरिष्ठ वाम नेता ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार राजनीतिक कारणों से केरल पर खराब वित्तीय प्रबंधन का आरोप लगा रही है।
विजयन ने कहा, “ हर सरकार को विकास परियोजनाओं को पूरा करने के लिए धन की जरूरत होती है और केरल भी अलग नहीं है। वित्तीय संकट के बावजूद हम प्रभावी ढंग से अपने आर्थिक स्थिति का प्रबंधन कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “ केंद्र सरकार का आरोप है कि राज्य में वित्तीय कुप्रबंधन है। केंद्रीय वित्त मंत्री राजनीतिक कारणों से ऐसे दावे कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि केरल ने अकेले पिछले साल नीति आयोग से 24 पुरस्कार जीते, जिसमें सामान्य शिक्षा, लोक स्वास्थ्य और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य जैसे क्षेत्र शामिल हैं।