ईश्वरप्पा मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं कर सकते, पार्टी नामांकन के बाद उनपर फैसला करेगी : अशोक

बेंगलुरु,कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने शनिवार को संकेत दिया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बागी नेता के एस. ईशरप्पा पर तब फैसला करेगी जब वह शिमोगा लोकसभा क्षेत्र से आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ नामांकन दाखिल करेंगे।

अशोक ने ईश्वरप्पा पर अपने अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीरों का ‘अनधिकृत उपयोग’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केवल भाजपा को वोट मांगने जैसी अपनी राजनीतिक गतिविधियों के लिए इसका इस्तेमाल करने का अधिकार है और पार्टी का कानूनी प्रकोष्ठ इस पर गौर करेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘यह गलत है, ईश्वरप्पा को (मोदी की तस्वीरें) इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं है। मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल किसी सरकारी कार्यक्रम के लिए किया जा सकता है क्योंकि वह देश के प्रधानमंत्री हैं। जब यह कोई राजनीतिक मामला हो या वोटों से जुड़ा हो या चुनाव, तो केवल भाजपा को मोदी की तस्वीरों का उपयोग करने का अधिकार है।’’

अशोक ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘कानूनी तौर पर यह अधिकार सिर्फ भाजपा के पास है और पार्टी की कानूनी प्रकोष्ठ इस पर गौर करेगी और जरूरी शिकायत दर्ज कराएगी….इसका इस्तेमाल अनाधिकृत तरीके से किया जा रहा है, यह ठीक नहीं है।’’

यह पूछे जाने पर कि पार्टी अब भी ईश्वरप्पा के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। अशोक ने कहा, पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ नामांकन दाखिल करने के बाद भाजपा उनके बारे में फैसला करेगी।

जब उन्हें बताया गया कि ईश्वरप्पा ने कहीं नहीं कहा है कि वह पार्टी के खिलाफ हैं, तो उन्होंने कहा, ‘‘यह भाजपा है, जो इसका फैसला करती है।’’

ईश्वरप्पा ने घोषणा की है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में शिमोगा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे।

उन्होंने अपने बेटे केई कांतेश को हावेरी से पार्टी का टिकट नहीं दिए जाने पर राज्य भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र और उनके पिता बीएस येदियुरप्पा को जिम्मेदार ठहराया है। हावेरी निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को टिकट मिला है।