कोहिमा,ईसाई बहुल नगालैंड में उत्साह के साथ ‘ईस्टर संडे’ मनाया गया। सुबह की प्रार्थना के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां की धरोहर ‘ओल्ड डी.सी. बंगले’ में इकट्ठा हुए।
‘गुड फ्राइडे’ के दिन ईसा मसीह को सूली पर लटकाया गया था और इसके तीसरे दिन वह जीवित हो गए थे। इसकी खुशी में ‘ईस्टर संडे’ मनाया जाता है।
कोहिमा बैपटिस्ट पास्टर्स फेलोशिप (केबीपीएफ) की ओर से आयोजित खास कार्यक्रम में इस दिन का जश्न मनाने के लिए मजहब और उम्र की परवाह किए बिना बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए।
धार्मिक सभा का नेतृत्व राज्य पादरी रेव जे. डब्ल्यू. यामयप कोन्याक ने किया।
इस अवसर पर नगालैंड के राज्यपाल ला गणेशन, मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो और उपमुख्यमंत्री वाई. पैटन ने राज्य के लोगों को शुभकामनाएं दीं।
राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा, ‘‘ईस्टर हर साल दुनियाभर में श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया जाता है। आइए हम इस पावन दिन पर मानवता के प्रति प्रभु के प्रेम और क्षमा के भाव का जश्न मनाएं। कामना है कि ईसा मसीह का पुनर्जीवन हमारे दिलों को खुशी, आशा से भर दे और सभी के लिए दुआ लेकर आए।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ईस्टर हमारे जीवन में प्यार, आशा और खुशी लाए। मैं सभी को ईस्टर की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।’’
इस बीच, राज्यभर के गिरजाघरों में दिन के समय विशेष ईस्टर प्रार्थना सभाएं आयोजित की गईं और प्रभु ईसा मसीह की स्तुति करते हुए एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं।
ईसा मसीह को मानने वाले वाले लोग इस दिन ही अपना उपवास खोलते हैं। उपवास तीन से 40 दिन तक रखा जाता है।