कोलकाता/हैदराबाद/ जम्मू,पश्चिम बंगाल में सोमवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ रंगों का त्योहार होली मनाया गया। इस त्योहार को यहां डोल यात्रा भी कहा जाता है।
राज्य में विभिन्न स्थानों पर अल सुबह प्रभात फेरियां (शोभायात्राएं) निकाली गईं, जिनमें राधा- कृष्ण की तस्वीरें लिए श्रद्धालुओं ने गीत गाते हुए लोगों को गुलाल लगाया और पुष्पवर्षा की।
युवा गुब्बारों और रंगीन पानी से भरी पिचकारियों जबकि बुजुर्ग विभिन्न रंगों वाले गुलाल के साथ सड़कों पर मस्ती कर रहे थे और एक-दूसरे को रंग लगा रहे थे और मिठाइयों का आदान-प्रदान भी कर रहे थे।
राधा-कृष्ण और श्री चैतन्य देब की पूजा के साथ डोल यात्रा का उत्सव नबाबद्वीप में मनाया गया।
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया के जरिए सभी को डोल पूर्णिमा और होली की शुभकामनाएं दीं। रंगों का त्योहार कोलकाता, हावड़ा, दुर्गापुर, आसनसोल, सिलीगुड़ी और राज्य के अन्य कस्बों व गांवों में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया।
विश्वभारती विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन में इस साल भी बसंत उत्सव नहीं मनाया गया, लेकिन लोग अपने तरीके से जश्न मनाने के लिए शहर में इकट्ठा हुए। बसंत उत्सव को गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने वसंत ऋतु की शुरुआत के लिए प्रारंभ किया था। अंतिम बार वर्ष 2019 में बसंत उत्सव आयोजित किया गया था।
वहीं, तेलंगाना में भी सोमवार को हर्षोल्लास के साथ होली मनाई गई और लोगों ने एक-दूसरे को रंग लगाकर शुभकामनाएं दीं।
हैदराबाद के कुछ आवासीय अपार्टमेंट में होली समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें होलिका दहन भी किया गया, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
तेलंगाना के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी, पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने लोगों को होली के अवसर पर शुभकामनाएं दीं।
इस बीच, जम्मू पुलिस ने शहर में सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने के आरोप में 67 लोगों को हिरासत में लिया और पांच वाहन जब्त किए। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि होली के अवसर पर सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने के खिलाफ अभियान के दौरान जम्मू के विभिन्न इलाकों से 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 27 को हिरासत में लिया गया।