नयी दिल्ली, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना का नया आधुनिक मुख्यालय ‘नौसेना भवन’ महज एक इमारत नहीं बल्कि ‘नये भारत’ और ‘नयी नौसेना’ का प्रतीक है।
दिल्ली छावनी में स्थित यह परिसर आधुनिक सुविधाओं और नवीन प्रौद्योगिकियों से सुसज्जित है।
एडमिरल कुमार ने शनिवार को नए ‘नौसेना भवन’ में एक संवाददाता सम्मेलन किया जो पिछले हफ्ते रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा इसका उद्घाटन किए जाने के बाद से इस भवन में पहला मीडिया सम्मेलन था।
उन्होंने कहा, ‘‘यह महज एक इमारत नहीं है बल्कि ‘नया भारत’ और ‘नयी नौसेना’ तथा हमारे दोनों देशों तथा नौसेना की प्रगति का प्रतीक है। भारत की समुद्री विरासत और भारतीय नौसेना के आधुनिक इतिहास से प्रेरित यह निश्चित रूप से उभरते भारत की आकांक्षाओं के साथ ही हमारे देश की बढ़ती समुद्री चेतना को दर्शाता है।’’
नौसेना प्रमुख ने अपने संबोधन में कहा कि आधुनिक भवन ‘‘समुद्री शक्ति के रूप में हमारे पुनरुत्थान’’ को भी दर्शाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहूंगा कि यह इमारत ‘नए भारत की नयी नौसेना और नयी नौसेना की नयी सोच का प्रतीक’ है। यह इसी का प्रतीक है।’’
इस बहुमंजिला इमारत में तीन ईकाइयां है और संवाददाता सम्मेलन मध्य इकाई में स्थित सीफेरर हॉल में आयोजित किया गया।
इसके अग्रभाग में भारतीय नौसेना का आदर्श वाक्य ‘शं नो वरुण:’ लिखा हुआ है।
यह संवाददाता सम्मेलन लाल सागर, अदन की खाड़ी, उत्तरी अरब सागर और सोमालिया के पूर्वी तट में ‘ऑपरेशन संकल्प’ के तहत समुद्री डकैती रोधी, ड्रोन रोधी तथा मिसाइल रोधी अभियानों में समुद्र में नौसेना द्वारा 100 दिनों के ‘‘सतत अभियान’’ पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक नयी और आत्मविश्वास से लबरेज भारतीय नौसेना का प्रमाण है और हम भारत की नयी पहचान अपनाने का प्रयास कर रहे हैं।’’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 15 मार्च को दिल्ली छावनी में भारतीय नौसेना के नये मुख्यालय ‘नौसेना भवन’ का उद्घाटन किया। यह भारतीय नौसेना के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि इसने दिल्ली में अपना पहला अलग मुख्यालय स्थापित किया है।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि इससे पहले, नौसेना की आधिकारिक गतिविधियां 13 अलग-अलग स्थानों से संचालित होती थी, जिसकी वजह से नौसेना भवन जैसी समेकित और उद्देश्यों को पूरा करने वाली एक इमारत की आवश्यकता महसूस होती थी।
बयान में कहा गया कि भारतीय नौसेना के लिए नवनिर्मित नौसेना भवन बनना एक महत्वपूर्ण कदम है, जो केंद्रीकृत और तकनीकी रूप से उन्नत मुख्यालय है। यह समुद्री उत्कृष्टता और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति देश की वचनबद्धता को दर्शाता है।
नौसेना भवन की वास्तुशिल्प रूपरेखा को एक कड़ी अखिल भारतीय प्रतिस्पर्धा प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया था, जिससे भवन की कार्यक्षमता और सौंदर्य आकर्षण को सुनिश्चित किया गया है। चार मंजिलों में तीन अलग-अलग खण्ड वाली इस इमारत में नवीनतम निर्माण प्रौद्योगिकियों को शामिल किया गया है।