रायपुर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने पार्टी के बैंक खातों को ‘फ्रीज’ (बैंक खातों में लेन-देन पर रोक लगाना) करने के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा और इसे आदर्श आचार संहिता तथा संविधान का उल्लंघन बताया।
उन्होंने निर्वाचन आयोग से सरकार की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की।
पायलट ने रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के बजाय भाजपा के बैंक खाते ‘फ्रीज’ किए जाने चाहिए क्योंकि उसे ‘‘चुनावी बॉण्ड घोटाले’’ के माध्यम से भारी धन प्राप्त हुआ है।
कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पायलट आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ आप सभी जानते हैं कि देश में आम चुनाव घोषित हो चुके हैं। कांग्रेस प्रमुख विपक्षी दल है और हमारी पार्टी के साथ जिस तरह का बर्ताव केंद्र सरकार कर रही है वह अब जग जाहिर हो चुका है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ कांग्रेस पार्टी के खातों को फ्रीज कर देना, भारी मात्रा में पैसों को जब्त कर लेना, 32 साल पुराने आयकर प्रकरण का कोई केस थमा देना, बहानेबाजी कर आर्थिक रूप से कांग्रेस पार्टी को समान अवसर नहीं देना, मैं समझता हूं यह आचार संहिता का, नैतिकता का, संविधान का उल्लंघन है।’’
पायलट ने कहा, ‘‘ मैं निर्वाचन आयोग से आग्रह करूंगा कि सरकार इस प्रकार से जो करवाई कर रही उस पर अंकुश लगाया जाए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इस देश में लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व, चुनाव है। चुनाव के समय कांग्रेस के, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के, युवा कांग्रेस के खातों को फ्रीज कर देना और प्रतिशोध की भावना से काम करना लोकतंत्र को कमजोर करने के बराबर है। पूरा देश इस बात को देख रहा है कि कांग्रेस 10 साल से विपक्ष की जिम्मेदारी निभा रही है।’’
पायलट ने आरोप लगाया कि चुनाव के समय जानबूझकर बदले की भावना से विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस देश में, हमारे गणतंत्र में, लोकतंत्र में हमारी जड़ें मजबूत हैं। उसको कमजोर करने का काम केंद्र की सरकार कर रही है। निर्वाचन आयोग जो कि एक निष्पक्ष संवैधानिक संस्था है उसकी जिम्मेदारी बनती है कि इस प्रकार की कार्रवाई को रोक लगाए। क्योंकि अगर ऐसे काम होगा तो निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीक से चुनाव कैसे हो पाएगा।’’
चुनावी बॉण्ड को लेकर पूछे गए एक सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ उच्चतम न्यायालय ने चुनावी बॉण्ड को असंवैधानिक घोषित कर दिया है। इसके जरिए हजारों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। राहुल जी ने कहा था कि यह जबरन वसूली तंत्र बन गया है।’’
उन्होंने दावा किया कि दुनिया में पहली बार इस तरह का घोटाला देखा गया, जिसमें केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग (आईटी) जैसी सरकारी संस्थाओं का इस्तेमाल किया गया।
पायलट ने कहा कि चुनावी बॉण्ड के जरिये भारी रकम लेने पर कांग्रेस के नहीं बल्कि भाजपा के खाते ‘फ्रीज’ किये जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की शेष पांच लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा जल्द ही की जाएगी।