पिथौरागढ़ (उत्तराखंड), उत्तर प्रदेश में बरेली के दो व्यापारियों द्वारा धारचूला की लड़कियों को बहला फुसलाकर ले जाने के बाद स्थानीय व्यापार संघ ने राज्य के बाहर के 91 दुकानदारों की सदस्यता को रद्द कर दिया, उन्हें दुकानें बंद करने पर मजबूर किया और साथ ही दुकान मालिकों से किराये पर दी गई दुकानों को खाली कराने का आह्वान किया है।
राज्य के बाहर के व्यापारियों की दुकानें पिछले तीन दिनों से धारचूला में नहीं खुली हैं और व्यापार संघ के सदस्यों ने उन्हें दुकानें बंद रखने के लिए मजबूर किया है।
स्थानीय दुकान मालिकों से राज्य के बाहर के किरायेदारों से दुकानें खाली कराने का भी आह्वान किया गया है।
पिथौरागढ़ की जिलाधिकारी रीना जोशी ने कहा “ हमने उन तत्वों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है जिन्होंने दुकान मालिकों को अपनी दुकानें बंद करने के लिए मजबूर किया।”
उन्होंने कहा, “किसी भी गैरकानूनी गतिविधि की इजाजत नहीं दी जाएगी। शहर में व्यापार करने वाले बाहर के व्यापारियों को पूरी सुरक्षा दी जाएगी।”
शहर के 600 से अधिक व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले धारचूला व्यापार संघ ने केवल राज्य के व्यापारियों को सदस्यता देने का निर्णय लिया है।
व्यापार संघ के सचिव महेश गर्ब्याल ने कहा, “ बाहर से आने वाले व्यापारी इस संवेदनशील सीमावर्ती शहर में आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं जिन्हें बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
उन्होंने कहा कि इस साल फरवरी में दो स्थानीय नाबालिग लड़कियों को शादी के बहाने बरेली के दो व्यापारियों द्वारा बहला-फुसलाकर ले जाने के बाद यह निर्णय लिया गया।
हालांकि घटना के तुरंत बाद लड़कियों को मुक्त कराने के साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन शहर में बाहर के व्यापारियों के खिलाफ तनाव पैदा हो गया है।
धारचूला के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) मंजीत सिंह ने कहा कि बाहर से आए जिन व्यापारियों की सदस्यता रद्द की गई है, उन्हें जिला प्रशासन द्वारा पूरी सुरक्षा प्रदान की जा रही है।
एसडीएम ने कहा कि दुकान मालिकों से राज्य के बाहर के लोगों से अपनी दुकानें खाली कराने की व्यापार संघ की अपील के बावजूद कोई दुकान मालिक इस अपील के समर्थन में आगे नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता पहले से ही लागू होने के कारण प्रशासन जनता को कानून का उल्लंघन करने वाली किसी भी गतिविधियों में शामिल होने के खिलाफ आगाह कर रहा है।