चंडीगढ़, हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर संशय बरकरार है। वहीं पूर्व मंत्री अनिल विज ने शनिवार को कहा कि वह “नाराज” नहीं हैं।
शनिवार को पहले मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है। सैनी और पांच मंत्रियों ने मंगलवार को शपथ ली थी।
हालांकि, कैबिनेट विस्तार को लेकर सरकार की ओर से कोई बयान नहीं आया है। हरियाणा में मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री हो सकते हैं। फिलहाल हरियाणा मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री के अलावा पांच मंत्री हैं, जिसमें भाजपा के चार और एक मंत्री निर्दलीय है।
यह पूछे जाने पर कि राजभवन पहुंचने के लिए उन्हें किस तरह का संदेश मिला था और क्या कैबिनेट विस्तार होने वाला था, इस पर गुरुग्राम विधायक सुधीर सिंगला ने कहा, ‘यह होना था और पूर्वाह्न 11 बजे का समय था लेकिन इसे टाल दिया गया है।’
सिंगला ने हरियाणा के राज्यपाल के आवास के बाहर एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा कि उन्हें सुबह 11 बजे वहां पहुंचने का संदेश मिला है।
यह पूछे जाने पर कि क्या अनिल विज के नाराज होने की वजह से देरी हुई तो सिंगला ने कहा कि शुरुआत में इसी वजह से देरी हुई।
उन्होंने कहा, “लेकिन उन्हें मनाने की कोशिश की जाएगी।”
बाद में अंबाला में मौजूद विज ने कहा कि वह “नाराज” नहीं हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें मनाने की कोशिशें की जा रही हैं, विज ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
उन्होंने कहा, “मैं आपके सामने खड़ा हूं। न तो किसी ने मुझे बताया और न ही मुझसे संपर्क किया।”
यह पूछे जाने पर कि क्या कोई उन्हें मनाने आया है तो विज ने कहा कि वह “नाराज” नहीं हैं।
मंगलवार को शपथ ग्रहण समारोह के बाद क्या किसी ने उन्हें मनाया, इस पर विज ने कहा कि समारोह के बाद अभी तक किसी ने उनसे बात नहीं की है।
विज ने कहा, “मैंने (राज्य विधानसभा के) (विशेष) सत्र में भी भाग लिया और सभी उपस्थित थे। किसी ने मुझसे बात नहीं की। वे जो भी कर रहे हैं, अच्छा कर रहे हैं। वे सरकार को कुशलता से चलाएंगे। नायब सैनी (मुख्यमंत्री) मेरे छोटे भाई हैं और मुझे उम्मीद है कि वह बहुत अच्छा काम करेंगे।”
मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली पिछली कैबिनेट में गृह मंत्री रहे विज मंगलवार को नायब सिंह सैनी और पांच मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए थे। पहले कहा गया था कि वह पार्टी द्वारा ‘नजरअंदाज’ किए जाने से ‘नाराज’ हैं।
छह बार के विधायक विज विधायक दल की बैठक से भी बाहर चले गए थे, जहां सैनी को सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री चुना गया था।