महिला हॉकी में सुधार के लिए अकादमियों के गठन और अंडर-12 लीग शुरू करे हॉकी इंडिया: सोमाया

नयी दिल्ली,  पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने में महिला टीम की विफलता से निराश पूर्व कप्तान एम एम सोमाया का मानना है कि हॉकी इंडिया मुख्य रूप से जमीनी स्तर पर ध्यान केंद्रित करें जिसमें अंडर-12 स्तर पर अकादमियां और प्रतिस्पर्धी लीग शुरू करना शामिल है।

तोक्यो ओलंपिक 2021 में चौथे स्थान पर रहने वाली भारतीय टीम एशियाई खेलों और ओलंपिक क्वालीफायर में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी।

सोमाया ने ‘हॉकी ते चर्चा’ कार्यक्रम में कहा, ‘‘हमारा ध्यान जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं को बढ़ावा देने पर केंद्रित होना चाहिए। उभरते हुए खिलाड़ियों के लिए अकादमियों और प्रतिस्पर्धी लीगों की स्थापना आदर्श रूप से अंडर-12 आयु वर्ग में शुरू हो जाना चाहिये। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ कई मौजूदा अकादमी केवल अंडर-16 स्तर पर ही कार्यक्रम शुरू करती हैं। यह विलंब से शुरू हो रहा है।  हमें 12 वर्ष की आयु में प्रतिभाओं की पहचान कर प्रदर्शन का मूल्यांकन करने को प्राथमिकता देनी चाहिए। ऐसे खिलाड़ी जब अंडर-16 स्तर तक पहुंचते हैं, निरंतर सुधार की रणनीति पर जोर देते हैं।’’

सोमाया 1980 के मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम की सदस्य थे। उन्होंने सियोल में 1988 ओलंपिक में भारतीय टीम की कप्तानी की थी।

सोमाया ने कहा, ‘‘ हॉकी में प्रतिभाशाली खिलाड़ी कुछ ही राज्यों से आ रहे है जिसमें हरियाणा, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश और पंजाब प्रमुख हैं।  भारत में हालांकि कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। सबको समान अवसर देने के साथ उचित कोचिंग मुहैया कराने की जरूरत है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसमें सुधार करने के लिए, हमें जमीनी स्तर तक अपनी पहुंच को बढ़ाना होगा, बड़े क्षेत्र से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को परखना होगा और कम उम्र में खिलाड़ियों को इस खेल में शामिल करना होगा। दीर्घकालिक विकास और सफलता के लिए यह व्यापक दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है।’’