रांची, विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार सरफराज अहमद और भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रदीप वर्मा ने झारखंड में राज्यसभा चुनावों के लिए सोमवार को नामांकन दाखिल किया।
दोनों उम्मीदवारों के निर्विरोध जीतने की उम्मीद है क्योंकि झारखंड में राज्यसभा चुनावों के लिए दो उम्मीदवारों ने ही नामांकन दाखिल किया है। ये चुनाव 21 मार्च को होने हैं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के पूर्व विधायक अहमद (70) के साथ मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, राज्य में मंत्री आलमगीर आलम (कांग्रेस), मंत्री सत्यानंद भोक्ता (राजद) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के विधायक विनोद सिंह राज्य विधानसभा स्थित चुनाव कार्यालय गए।
सोरेन ने कहा, ‘‘गठबंधन में हम जो भी काम करते हैं उसमें पारदर्शिता रखते हैं। हमने आम सहमति से सरफराज अहमद को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है।’’
अहमद ने कहा, ‘‘मैंने झारखंड के लोगों के लिए काम किया है और करता रहूंगा।’’
उन्होंने कहा कि नामांकन दाखिल किये जाने ने यह संदेश दिया है कि ‘इंडिया’ गठबंधन राज्य में हर चुनौती का एकजुटता से मुकाबला करेगा।
वर्मा (52) के नामांकन दाखिल करने के दौरान उनके साथ प्रदेश भाजपा प्रमुख बाबूलाल मरांडी, विपक्ष के नेता अमर बाउरी, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के विधायक लंबोदर महतो और राकांपा विधायक कमलेश सिंह भी थे।
वर्मा ने कहा, ‘‘मैं संसद में झारखंड की आवाज बनूंगा।’’
एक अधिकारी ने कहा कि झारखंड में राज्यसभा की दो सीट के लिए चुनाव 21 मार्च होने का कार्यक्रम है।
राज्य से राज्यसभा में भाजपा के मौजूदा सदस्य समीर उरांव और कांग्रेस के डी प्रसाद साहू का कार्यकाल तीन मई को समाप्त हो रहा है जिसके चलते यह चुनाव कराने की जरूरत पड़ी है।
झारखंड में राज्यसभा चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी सैयद जावेद हैदर ने कहा, ‘‘नामांकन पत्रों की जांच और नाम वापस लेने के बाद यदि यथास्थिति रहती है तो दोनों उम्मीदवार 14 मार्च की शाम निर्विरोध विजेता घोषित किये जा सकते हैं।’’
नामांकन दाखिल किया जाना चार मार्च को शुरू हुआ था और सोमवार को यह संपन्न हो गया।
नामांकन पत्रों की जांच 12 मार्च को की जाएगी और 14 मार्च तक नाम वापस लिये जा सकेंगे।
झारखंड में वर्तमान में राज्यसभा की छह सीट है।
राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में झामुमो नीत सत्तारूढ़ गठबंधन के 47 विधायक हैं, जबकि भाजपा के 26 और आजसू के तीन विधायक हैं। इसके अलावा राकांपा और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के एक-एक विधायक हैं। वहीं, दो निर्दलीय विधायक हैं और एक मनोनीत सदस्य भी है।