बेंगलुरु, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों के साथ मनाया।
इस अवसर पर उन्होंने लैंगिक विविधता और निर्णय लेने की प्रक्रिया में समावेशी संस्कृति के लिए अंतरिक्ष एजेंसी की प्रशंसा की और इसे अन्य संगठनों के लिए एक उपयुक्त उदाहरण बताया।
बेंगलुरु स्थित इसरो के यू आर रावा उपग्रह केंद्र पर वैज्ञानिक समुदाय से संवाद करते हुए धनखड़ ने कहा, ‘‘ भारत की ‘रॉकेट वुमेन’ हमें आकाश और उससे भी आगे ले जा रही हैं; उन्होंने अपने लिए और हमारी प्रगति के लिए पूर्व तय मानकों से आगे जाने की सीमाएं तोड़ दी हैं।’’
उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों के साथ महिला दिवस भी मनाया और कहा, ‘‘एक महिला हमेशा जन्म से ही नेतृत्व की भूमिका में होती है।’’
उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘यह ध्यान दिये जाने वाली बात है कि वर्तमान में इसरो में वैज्ञानिक एवं तकनीकी क्षेत्रों में करीब 20 प्रतिशत महिलाएं हैं तथा प्रबंधकीय एवं प्रशासनिक मामलों में 500 से अधिक महिला कर्मचारी विभिन्न स्तर पर नेतृत्व भूमिका निभा रही हैं।’’