वाशिंगटन, अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार चुनने की प्रक्रिया के तहत हुए वाशिंगटन डीसी (डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया) के प्राइमरी चुनाव में निक्की हेली ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हराकर 2024 की प्रचार मुहिम के दौरान अपनी पहली जीत हासिल की।
हेली को रविवार को मिली जीत ने ट्रंप के विजयी रथ को अस्थायी रूप से रोक दिया है लेकिन इस सप्ताह होने वाले ‘सुपर ट्यूजडे’ (महामंगलवार) में पूर्व राष्ट्रपति को बड़ी संख्या में डेलिगेट (मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी सदस्य) का समर्थन मिलने की संभावना है।
‘सुपर ट्यूजडे’ अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के चयन के लिए प्राइमरी चुनाव प्रक्रिया का वह दिन होता है, जब सबसे अधिक राज्यों में प्राइमरी और कॉकस चुनाव होते हैं।
अपने गृह राज्य साउथ कैरोलाइना में पिछले सप्ताह मिली हार के बावजूद हेली ने कहा था कि वह अपनी दावेदारी नहीं छोड़ेंगी।
हेली (51) को 1,274 वोट (62.9 प्रतिशत) मिले, जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी और पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को 676 वोट (33.2 प्रतिशत) मिले।
इस जीत के बाद हेली को वाशिंगटन डीसी के सभी 19 रिपब्लिकन डेलिगेट का समर्थन मिलेगा। इसी के साथ हेली के पास कुल 43 डेलिगेट का समर्थन हो जाएगा।
ट्रंप को अब तक 244 डेलिगेट का समर्थन मिल चुका है। राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार बनने के लिए किसी भी दावेदार को कम से कम 1,215 डेलिगेट के समर्थन की आवश्यकता होगी।
हेली राष्ट्रपति पद के चुनाव की प्रक्रिया के तहत रिपब्लिकन पार्टी का प्राइमरी चुनाव जीतने वाली पहली महिला बन गई हैं। वह डेमोक्रेटिक या रिपब्लिकन प्राइमरी जीतने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी भी हैं।
राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवार बनने के दावेदार- (2016 में) बॉबी जिंदल, (2020 में) कमला हैरिस और (2024 में) विवेक रामास्वामी एक भी प्राइमरी चुनाव नहीं जीत पाए थे।
इससे पहले, ट्रंप ने शनिवार को इडाहो और मिसौरी में कॉकस में जीत हासिल की थी और मिशिगन में रिपब्लिकन पार्टी के सम्मेलन में सभी का समर्थन प्राप्त किया था।