बिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फुलवरिया जलाशय में फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र का निरीक्षण किया

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पटना, 12 दिसंबर (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को नवादा जिले के रजौली स्थित फुलवरिया जलाशय में 10 मेगावाट क्षमता वाले फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र के निर्माण कार्य की प्रगति का निरीक्षण किया।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्य निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा किया जाए। यह परियोजना ‘ऊपर बिजली, नीचे मछली’ मॉडल पर आधारित है।

अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि फुलवरिया जलाशय 30 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और इसी जलाशय के पानी को रजौली बहुग्रामीय जलापूर्ति योजना के तहत साफ कर फ्लोराइड प्रभावित 90 गांवों में पीने के पानी की आपूर्ति की जा रही है। मुख्यमंत्री ने जलाशय में 182 फिश केज वाले आधुनिक मत्स्य पालन मॉडल का भी अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि मुख्यमंत्री ने रजौली अंचल में औद्योगिक विकास क्षेत्र के लिए प्रस्तावित भूमि का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि औद्योगिक विकास के लिए 220.48 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है, जिसमें 81 एकड़ सरकारी भूमि है, जबकि 139.48 एकड़ रैयती भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है।

बयान के अनुसार फुलवरिया जलाशय तिलैया नदी पर हरदिया गांव के निकट स्थित है और जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 38 किलोमीटर है। जलाशय का निर्माण 1979 में शुरू हुआ था और 1988 में पूर्ण हुआ। यह 6.38 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है तथा इसमें आठ स्पिलवे द्वार हैं। इसका कमांड क्षेत्र 17,625 हेक्टेयर तथा सांस्कृतिक कमांड क्षेत्र 9,508 हेक्टेयर है।

अधिकारियों ने बताया कि पहले राज्य के जलाशयों से मत्स्य उत्पादन औसतन एक किलोग्राम प्रति हेक्टेयर प्रतिवर्ष था, जबकि फुलवरिया जलाशय में उत्पादन बढ़कर 100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर प्रतिवर्ष हो गया है। यह राष्ट्रीय औसत 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर प्रतिवर्ष से काफी अधिक है। यहां केज एवं पेन कल्चर आधारित आधुनिक जलकृषि अपनाई गई है।

फुलवरिया बांध पर मेसर्स सूर्यम इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्थापित किया जा रहा 10 मेगावाट का फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र बिहार का अब तक का सबसे बड़ा ऐसा संयंत्र होगा। इसके लिए जलाशय के सतही क्षेत्र के केवल 30 एकड़ हिस्से का उपयोग किया जा रहा है और शेष क्षेत्र मत्स्य पालन एवं अन्य उद्देश्यों के लिए उपलब्ध रहेगा।

चिरैला स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र-सह-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को टेलीमेडिसिन सुविधा, गर्भवती महिलाओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम, दवाओं की उपलब्धता तथा डॉक्टरों की तैनाती के बारे में जानकारी दी। लाभार्थियों ने शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक मानदेय को 8,000 रुपये से बढ़ाकर 16,000 रुपये किए जाने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।

 

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