गुवाहाटी, कांग्रेस की असम प्रदेश इकाई के प्रमुख भूपेन बोरा ने मंगलवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा का ‘मेरे और मेरे परिवार के प्रति जिस प्रकार का कटु व्यवहार है’, उससे यह स्पष्ट होता है कि वह मुझसे डरते हैं।
बोरा ने दावा किया कि सरकारी कर्मचारी के रूप में कार्यरत उनके भाई और भाभी का तबादला राज्य के अलग-अलग कोनो में कर दिया गया।
प्रदेश प्रमुख ने कहा कि जनवरी में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान हमले के बाद उन्होंने सुरक्षा बढ़ाने का अनुरोध किया था लेकिन अभी तक इस बाबत कोई कदम नहीं उठाया गया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन लोगों ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान उन पर हमला किया वे अभी खुले घूम रहे हैं।
उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘एक ऐसा राज्य, जहां असहमति पर कविता लिखने या फिर आलोचना भरा ट्वीट करने पर आपकी गिरफ्तारी हो सकती है वहां हमलावर बिना किसी परवाह के खुलेआम घूम रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘बेरूखी डर का एक संकेत है। मैं इस बात से वाकिफ हूं कि असम में अगर कोई व्यक्ति ऐसा है, जिससे हिमंत विश्व वाकई में डरते हैं तो वह मैं हूं। क्यों? क्योंकि उनका मेरे और मेरे परिवार के प्रति कटुता भरा व्यवहार उनका डर दिखाता है। उन्हें (हिमंत) प्रशंसक नहीं गुलाम पसंद हैं।’
बोरा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों का तबादला राज्य में कहीं भी हो सकता है। हजारिका ने बोरा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के एक बड़े नेता के रिश्तेदार के साथ ऐसा हुआ इसका ये मतलब नहीं है कि उन्हें विशेष तवज्जो दी जाएगी।’