प्राग, यूरोपीय संघ की कृषि नीतियों, नौकरशाही और कृषि व्यवसाय की अनदेखी के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने तथा पड़ोसी देशों के किसानों से मिलने के लिए चेक गणराज्य के किसान बृहस्पतिवार को ट्रैक्टर और अन्य वाहनों से कई जगह सीमाओं को पार करते दिखे।
किसानों की शिकायत है कि 27 देशों वाले यूरोपीय संघ की पर्यावरण नीतियां उनके व्यवसाय को नुकसान पहुंचा रही हैं और इससे उनके उत्पाद गैर-ईयू देशों से आयातित उत्पाद की तुलना में अधिक महंगे हो जाते हैं।
उनकी यह भी शिकायत है कि उनके उत्पादों की कीमत काफी कम है। उनका कहना है कि यूक्रेन और लातिन अमेरिका से आने वाले अनाज तथा अन्य कृषि उत्पाद बाजार पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
किसानों ने सीमा पर स्थित कई स्थानों पर पड़ोसी देश जर्मनी, पोलैंड और स्लोवाकिया के अपने सहयोगियों से मुलाकात की। आयोजकों ने कहा कि मध्य यूरोप से लेकर बाल्टिक्स और बाल्कन तक यूरोपीय संघ के 10 देशों के किसान विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं।
कृषकों ने चेक कृषि मंत्री मारेक वायबॉर्नी, उनके स्लोवाक समकक्ष रिचर्ड टैकैक और पोलैंड तथा हंगरी के किसानों के प्रतिनिधियों को चेक-स्लोवाक सीमा (जिसे होडोनिन-होलिक के नाम से जाना जाता है) पर रैली करने के लिए आमंत्रित किया। इस सीमा को सैकड़ों ट्रैक्टरों द्वारा अवरुद्ध कर दिया गया।
स्लोवाक चैंबर ऑफ एग्रीकल्चर एंड फूड के आंद्रेज गजडोस ने कहा, ‘‘हम यूरोपीय संघ के खिलाफ विरोध नहीं कर रहे हैं, हमारा विरोध यूरोपीय आयोग के गलत फैसलों के खिलाफ है।’’