मुंबई, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा है कि मुद्रास्फीति को काबू में लाने का काम अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि नीतिगत मोर्चे पर जल्दबाजी में उठाया गया कोई भी कदम कीमत के मोर्चे पर अबतक हमने जो सफलता हासिल की है, उसपर प्रतिकूल असर डाल सकता है।
केंद्रीय बैंक के बृहस्पतिवार को जारी मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के ब्योरे के अनुसार दास ने कहा था, ‘‘इस समय मौद्रिक नीति का रुख सतर्क होना चाहिए और यह नहीं मानना चाहिए कि मुद्रास्फीति के मोर्चे पर हमारा काम खत्म हो गया है।’’
एमपीसी की बैठक इस महीने छह से आठ फरवरी को हुई थी।
उन्होंने कहा कि एमपीसी को मुद्रास्फीति को नीचे लाने के ‘अंतिम छोर’ को सफलतापूर्वक पार करने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए।
दास ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने के पक्ष में मतदान करते समय यह टिप्पणी की।
ब्योरे के अनुसार गवर्नर ने कहा, ‘‘…इस समय जल्दबाजी में उठाया गया कोई भी कदम अब तक हासिल की गई सफलता को कमजोर कर सकता है।’’