आंबेडकर की पुण्यतिथि पर आदित्यनाथ ने साधा मोहम्मद अली जौहर पर निशाना

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लखनऊ, छह दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को भीमराव आंबेडकर की 69वीं पुण्यतिथि के मौके पर उनके एक बयान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने एक बार कहा था कि “जो व्यक्ति भारत की धरती पर पैदा हुआ है, भारत की सुविधाओं का इस्तेमाल करता है, फिर भी भारत की धरती को अपवित्र मानता है, उसकी बातें कभी भी भारतीयों के हित में नहीं हो सकतीं।”

योगी आदित्यनाथ जाहिर तौर पर खिलाफत आंदोलन की प्रमुख हस्ती मौलाना मोहम्मद अली जौहर का जिक्र कर रहे थे, जिन्होंने 1931 में यरूशलम में मृत्यु की इच्छा जताई थी।

लखनऊ में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के ‘महापरिनिर्वाण दिवस’ (पुण्यतिथि) कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, “बाबासाहेब आंबेडकर ने उस समय हमें उन सभी खतरों से आगाह किया था। याद रखें, उस समय 1923 में एक प्रमुख नेता ने कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रहते हुए वंदे मातरम गाने से इनकार कर दिया था।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उनके जीवन आखिरी पल आए, तो उन्होंने यरूशलम में मृत्यु की इच्छा जताई।

आदित्यनाथ ने कहा, “उस समय बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने एक बयान दिया था कि जो व्यक्ति भारत की धरती पर पैदा हुआ है, भारत की सुविधाओं का इस्तेमाल करता है, फिर भी भारत की धरती को अपवित्र मानता है, उस व्यक्ति की बातें कभी भी भारतीयों के हित में नहीं हो सकतीं।”

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से जो लोग तुष्टीकरण की नीति पर चल रहे हैं, वे न केवल भारत को नुकसान पहुंचा रहे हैं, बल्कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का भी अपमान कर रहे हैं।

आदित्यनाथ ने कहा, “उनके प्रयासों का एक हिस्सा देशवासियों को उनकी सुविधाओं से वंचित करना भी है।”

कांग्रेस की वेबसाइट के अनुसार, मौलाना मोहम्मद अली जौहर ने 1923 में कांग्रेस के काकीनाडा अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।

आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं की सुरक्षा के लिए उनके चारों ओर दीवार का एक सुरक्षा घेरा बनाएगी।

आदित्यनाथ ने कहा, “आज हमारी सरकार एक और अहम फैसला लेने जा रही है, और वह फैसला यह है कि उत्तर प्रदेश में जहां भी बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाएं लगी हैं, वहां कुछ शरारती तत्व अक्सर आकर इन प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। वे उन्हें नुकसान पहुंचाने की बुरी कोशिशें करते हैं। अब हमारी सरकार इन प्रतिमायों के चारों ओर दीवार बनाकर उनकी सुरक्षा के लिए एक प्रणाली बनाएगी।”

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