नयी दिल्ली, यूनान के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस ने बुधवार को कहा कि भारत और यूनान के बीच रणनीतिक साझेदारी ‘विशेष’ महत्व की है तथा आर्थिक भागीदारी पर ध्यान देने के साथ ही द्विपक्षीय समग्र संबंधों को और विस्तार देने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
मित्सोटाकिस भारत की दो-दिवसीय यात्रा पर हैं। यह 15 साल बाद यूनान के किसी राष्ट्राध्यक्ष की भारत की पहली यात्रा है।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘यूनान के लिए द्विपक्षीय रणनीतिक भागीदारी विशेष महत्व की है। हमें रणनीतिक भागीदारी समेत कई विषयों पर चर्चा करने तथा आर्थिक भागीदारी को मजबूत करने का अवसर मिलेगा।’’
मित्सोटाकिस का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ उनकी वार्ता से पहले राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में रस्मी स्वागत किया गया।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सुबह उनसे मुलाकात की थी।
जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज यूनान के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस से मुलाकात करके खुशी हुई। (मैं) भारत-यूनान संबंधों के विस्तार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को अहमियत देता हूं। मैं (द्विपक्षीय) रणनीतिक भागीदारी को मजबूत करने के लिए उत्साहित हूं।’’
यूनानी प्रधानमंत्री ने आज सुबह राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देकर भारत की अपनी यात्रा की शुरुआत की।
पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूनान यात्रा के दौरान भारत-यूनान संबंधों को ‘रणनीतिक साझेदारी’ के स्तर तक ले जाया गया है।
मित्सोटाकिस राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार शाम को आयोजित होने वाले ‘रायसीना डायलॉग’ में मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता होंगे।
विदेश मंत्रालय ने पिछले सप्ताह कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री मित्सोटाकिस की यात्रा से भारत और यूनान के बीच रणनीतिक साझेदारी और मजबूत एवं गहरी होने की उम्मीद है।’’