चंडीगढ़, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार किसानों की कड़ी मेहनत को महत्व देती है और उनके कल्याण के लिए पूरी तरह समर्पित है।
दत्तात्रेय ने कहा कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वावलंबन, स्वाभिमान, सेवा और सुशासन पर आधारित राज्य के सर्वांगीण और समावेशी विकास के लिए अथक प्रयास कर रही है।
बजट सत्र के पहले दिन हरियाणा विधानसभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने हमेशा गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं के कल्याण और उत्थान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
राज्यपाल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पिछले चार वर्षों में राज्य के 19.94 लाख किसानों के खातों में 4,157.73 करोड़ रुपये की राशि सीधे जमा की गई है।’’
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, राज्य सरकार ने 14 फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदकर एक अनूठी मिसाल कायम की है।
उन्होंने कहा कि ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर पंजीकृत किसानों के खातों में सीधे 90,000 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं, जबकि ‘भावांतर भरपाई योजना’ के तहत बाजरा उत्पादक किसानों के बैंक खातों में 836.12 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं।
दत्तात्रेय ने कहा कि राज्य सरकार ने ‘‘प्राकृतिक आपदाओं के दौरान किसानों के लिए ढाल के रूप में काम किया।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 32.06 लाख किसानों के लगभग 8,178 करोड़ रुपये के दावे का भुगतान किया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने मिट्टी की गुणवत्ता को खराब होने से बचाने और खतरनाक कीटनाशकों के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए प्राकृतिक खेती योजना लागू की है।
उन्होंने कहा कि ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना के तहत 1.72 हजार एकड़ भूमि पर धान की जगह वैकल्पिक फसलें बोने के लिए 7,000 रुपये प्रति एकड़ की दर से लगभग 117.22 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।
राज्यपाल ने कहा कि समय पर ऋण चुकाने वाले किसानों को ब्याज मुक्त फसल ऋण की सुविधा दी गई है।