पोर्ट ब्लेयर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अंडमान-निकोबार की अपनी पहली यात्रा के दूसरे दिन मंगलवार को उपराज्यपाल एडमिरल (सेवानिवृत्त) डीके जोशी के साथ कैंपबेल खाड़ी का दौरा करेंगी।
वह पोर्ट ब्लेयर से एक विमान में सवार होकर दोपहर के आसपास कैंपबेल बे पहुंचेंगी। अंडमान-निकोबार कमांड (सीआईएनसीएएन) के कमांडर-इन-चीफ, एयर मार्शल साजू बालाकृष्णन अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कैंपबेल खाड़ी में राष्ट्रपति और उपराज्यपाल का स्वागत करेंगे।
इस दौरान भारतीय नौसेना की हवाई विंग के अग्रिम अड्डे ‘आईएनएस बाज’ के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। अधिकारियों ने कहा कि नौसेना के अधिकारी मलक्का जलडमरूमध्य के साथ ही ग्रेट निकोबार और इंडोनेशियाई द्वीप सुमात्रा के बीच स्थित सिक्स डिग्री चैनल पर पैनी नजर बनाए रखते हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की कैंपबेल खाड़ी की यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण जहाजरानी मार्गों में से एक मलक्का जलसंधि के नजदीक है। कैंपबेल बे पहुंचने के बाद वहां से उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए इंदिरा प्वांइट भी ले जाया जाएगा।
पोर्ट ब्लेयर पहुंचने से पहले वह 1:30 बजे के आसपास आदिवासी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी शामिल होंगी। करीब साढ़े चार बजे वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप (जिसे पहले रॉस द्वीप के नाम से जाना जाता था) का दौरा करेंगी और लाइट-एंड-साउंड शो देखेंगी।
इसके साथ ही राष्ट्रपति को द्वीप पर प्रस्तावित राष्ट्रीय स्मारक के बारे में अवगत कराया जाएगा और शाम करीब 7 बजे वह पोर्ट ब्लेयर लौट आएंगी।