नयी दिल्ली, ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेताओं सहित लगभग 500 खिलाड़ी 21 से 26 फरवरी तक यहां आयोजित होने वाली एशियाई ट्रैक साइकिलिंग चैंपियनशिप में चुनौती पेश करेंगे।
इसमें भारत के 42 साइकिलिस्ट खिताब के लिए जोर लगायेंगे।
यह कुल मिलाकर छठी बार है जब भारत इस प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा। इससे पहले देश ने 1989, 2005, 2013, 2017 और 2022 एशियाई ट्रैक चैम्पियनशिप की मेजबानी की है।
प्रतियोगिता में पाकिस्तान की टीम भाग नहीं लेगी। पाकिस्तान के खिलाड़ियों को उनके देश में यात्रा दस्तावेज प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
एशियाई साइकिलिंग परिसंघ के महासचिव ओंकार सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘पाकिस्तान के खिलाड़ियों को हमारे विदेश मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। उन्होंने हमें सूचित किया है कि वे नहीं आ रहे हैं क्योंकि चुनाव के बाद उनके यहां मंत्रालय का गठन नहीं हुआ है।’’
इस प्रतियोगिता से राइडर्स द्वारा एकत्र किए गए अंकों को ओलंपिक क्वालीफिकेशन प्रक्रिया में शामिल किया जायेगा। भारत का कोई भी खिलाड़ी हालांकि पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने के करीब नहीं है।
भारतीय साइकिल महासंघ (सीएफआई) महासचिव मनिंदर पाल सिंह ने कहा, ‘‘हाल के दिनों में हमारे साइकिल खिलाड़ियों के प्रदर्शन में काफी सुधार हुआ है और उन्हें शीर्ष स्तर की प्रतियोगिताओं की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम सही दिशा में जा रहे हैं और हमारा लक्ष्य हमारे साइकिल चालकों को 2028 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कराना है।’’
चैंपियनशिप का आयोजन यहां इंदिरा गांधी इंडोर परिसर के अत्याधुनिक साइकिलिंग वेलोड्रोम में किया जाएगा। इसमें चीन, जापान, कोरिया, मलेशिया, कजाकिस्तान और ईरान सहित 18 देशों के खिलाड़ी विभिन्न श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे। इसमें पुरुष और महिलाएं, जूनियर पुरुष और महिलाएं और पैरा स्पर्धाएं शामिल हैं।
पूर्व जूनियर विश्व नंबर एक रोनाल्डो सिंह की अगुवाई में भारतीय खिलाड़ी प्रतियोगिता में अपने प्रदर्शन से छाप छोड़ना चाहेंगे। रोनाल्डो के साथ डेविड बेकहम, रोजित सिंह और एसो अल्बेन पोडियम पर जगह हासिल करना चाहेंगे।