माले, मालदीव के वरिष्ठ मंत्री मोहम्मद शाहीम अली सईद ने विपक्ष पर 100 दिन से भी कम समय में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की सरकार को अवैध रूप से उखाड़ फेंकने की कोशिश करने का विपक्ष आरोप लगाते हुए कहा है कि कार्यपालिका उन्हें तब तक ऐसा करने की अनुमति नहीं देगा जब तक वे ‘हमारे गले की हर एक नस को न काट दें’।
इस्लामिक मामलों के मंत्री सईद ने रविवार को यह बयान उस वक्त दिया जब जब वह जनसंख्या के मामले में मालदीव के दूसरे सबसे बड़े शहरी क्षेत्र अड्डू की अपनी पहली यात्रा पर मुइज्जू के साथ थे।
चीन समर्थक मुइज्जू(45) ने पिछले साल सितंबर में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में भारत के प्रति मैत्री भाव रखने वाले पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को हराया था।
द एडिशन की खबर के अनुसार, सईद ने आरोप लगाया कि सरकार को अंदर और बाहर से चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और लगातार गलत सूचनाएं एवं बेबुनियाद अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को जवाबदेह ठहराना विपक्ष की जिम्मेदारी है।
सईद ने कहा कि हालांकि लोगों द्वारा चुनी गई सरकार के लिए बाधाएं पैदा करने और उसे उखाड़ फेंकने के प्रयास सरकार को जवाबदेह ठहराने का हिस्सा नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयासों से अंततः लोगों को ही सबसे अधिक नुकसान होगा।
उन्होंने कहा,’उन्होंने इसे एक खेल में बदल दिया है। यह बहुत चिंता की बात है कि वे उस बिंदु पर पहुंच गए हैं जहां वे इस देश के लोगों द्वारा चुने गए राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने पर चर्चा कर रहे हैं।’
सईद ने कहा,’अल्लाह की इच्छा से, वे अवैध रूप से इस सरकार को उखाड़ नहीं सकते। वे इसे खेल नहीं बना सकते और राष्ट्रपति पर महाभियोग नहीं चला सकते। अल्लाह की इच्छा हो तो वे ऐसा केवल पहले हमारे गले की हर नस को काटकर ही कर सकते हैं। इसे प्राप्त करने का कोई अन्य रास्ता नहीं है।’
देश की मुख्य विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) पिछले महीने राष्ट्रपति मुइज्जू पर महाभियोग चलाने के लिए एक प्रस्ताव पेश करना चाहती थी।
इस महीने की शुरुआत में उच्चतम न्यायालय द्वारा संसद के स्थायी आदेशों में हालिया संशोधन को निलंबित करने का आदेश देने के बाद मुइज्जू को राहत मिली। संशोधन से विपक्षी सांसदों के लिए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पर महाभियोग चलाना आसान हो गया था।