लंदन, इंग्लैंड के पूर्व कप्तानों नासिर हुसैन और माइकल वान ने भारत के खिलाफ मौजूदा टेस्ट श्रृंखला में ‘बैजबॉल’ (बेहद आक्रामक होकर खेलने की रणनीति) रवैये की आलोचना करते हुए कहा है कि मेहमान टीम को हमेशा आक्रामक होकर खेलने की रणनीति की जगह मैच की स्थिति के अनुसार खेलने की जरूरत है।
भारत ने रविवार को राजकोट में तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 434 रन से हराकर टेस्ट क्रिकेट में रनों के लिहाज से अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की। भारत के 557 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 122 रन पर ढेर हो गई। मेजबान टीम पांच मैच की श्रृंखला में 2-1 से आगे चल रही है। अंतिम दो टेस्ट रांची और धर्मशाला में खेले जाएंगे।
वॉन ने ‘टेलीग्राफ.सीओ.यूके’ पर अपने कॉलम में लिखा, ‘‘यह (बेन) स्टोक्स और ब्रेंडन मैकुलम के नेतृत्व में सबसे खराब हार थी और इसने उनकी रणनीति को उजागर किया। वे हर मौके पर आक्रामक नहीं हो सकते, उन्हें अपने लम्हों को चुनना होगा।’’
हुसैन भी वॉन से सहमत दिखे।
हुसैन ने ‘स्काई स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘बैजबॉल आक्रामक होने के बारे में है लेकिन यह दबाव झेलने के बारे में भी है।’’
इसके विपरीत अब तक श्रृंखला में दो दोहरे शतक लगाने वाले भारत के यशस्वी जयसवाल, शुभमन गिल और पदार्पण कर रहे सरफराज खान ने राजकोट में परिपक्व पारियां खेलीं और अपने शॉट खेलने से पहले क्रीज पर समय बिताया।
वॉन ने कहा, ‘‘उन्हें यह देखने की जरूरत है कि तीसरे दिन जायसवाल और शुभमन गिल ने कैसा प्रदर्शन किया। उन्होंने 30 या 40 गेंदों तक दबाव झेला और फिर उन्होंने बाउंड्री लगाना शुरू कर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘टेस्ट बल्लेबाजी यही है। भारत ने 228.5 ओवर में 875 रन बनाए। कोई भी मुझे यह नहीं कह सकता कि भारत को यहां बल्लेबाजी करते देखना उबाऊ था।’’
हैदराबाद में सीरीज का शुरुआती मैच जीतने के बाद से इंग्लैंड के लिए चीजें खराब होती गईं। मेहमान टीम के बल्लेबाजों ने खराब शॉट खेले जिससे मेजबान टीम को फायदा मिला।
वॉन ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से इतनी भारी हार बेन स्टोक्स और उनके खिलाड़ियों के लिए एक चेतावनी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड का मानना है कि सब कुछ सकारात्मक है लेकिन उन्हें बेहतर बल्लेबाजी कैसे करें इस पर बातचीत करने की जरूरत है।’’
खराब फॉर्म से जूझ रहे बल्लेबाज जो रूट तीसरे टेस्ट में अपने आउट होने के तरीके को लेकर सुर्खियों में हैं। जसप्रीत बुमराह की गेंद पर रूट के रिवर्स स्कूप से दूसरी स्लिप में कैच देने के बाद इंग्लैंड की पहली पारी का पतन शुरू हुआ।
वॉन ने कहा, ‘‘जिस तरह से उन्होंने (इंग्लैंड ने) इस सप्ताह खेला उसने भारत को जीत तोहफे में दे दी। जिस तरह से उन्होंने तीसरे दिन बल्लेबाजी की, खासकर जो रूट के शॉट पर मुझे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ।’’
हुसैन, वॉन और एक अन्य पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक ने रूट के शॉट के समय पर सवाल उठाए क्योंकि इंग्लैंड 221 रन से पीछे था।
हुसैन ने कहा, ‘‘एक चीज जो रूट देखेगा वह शॉट का समय है। (रविचंद्रन) अश्विन वहां नहीं थे, भारत के पास एक गेंदबाज कम था, (रविंद्र) जडेजा चोट के बाद खेल रहे थे, बुमराह लगातार तीसरा टेस्ट खेल रहे थे और ऐसी चर्चा है कि उन्हें आराम की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बुमराह को उसके दूसरे या तीसरे स्पैल तक लेकर जाओ और फिर बाद में शॉट खेलो।’’
रूट ने पिछले साल एशेज के दौरान इसी तरह का शॉट काफी सफलता के साथ खेला था।
कुक ने ‘स्काई क्रिकेट’ पर कहा, ‘‘जब उन्होंने एजबेस्टन में पहली गेंद पर यह शॉट खेला तो मुझे बिल्कुल भी आपत्ति नहीं हुई क्योंकि सब इस बात पर निर्भर था कि इंग्लैंड उस दिन दबदबा बनाने के लिए कितने रन बनाने वाला था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसने ड्रेसिंग रूम में सभी को संदेश भेजा कि इंग्लैंड का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने जा रहा है। रूट आज रात अपने कमरे में बैठकर सोचेगा ‘मुझे लगता है कि मैंने वहां गलती की है’।
हालांकि कुक और हुसैन को लगता है कि इंग्लैंड अगले दो मैच में चीजों को बदलने में सक्षम है।