जायसवाल और जडेजा का जलवा, भारत की सबसे बड़ी जीत

राजकोट, सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के दोहरे शतक और रविंद्र जडेजा के पांच विकेट की मदद से भारत ने इंग्लैंड को तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में रविवार को यहां मैच के चौथे दिन ही 434 रन से करारी शिकस्त देकर अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की और पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 से बढ़त बनाई।

इंग्लैंड की ‘बैजबॉल’ रणनीति भारत के आगे नहीं चल पाई तथा 557 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए उसकी टीम 39.4 ओवर में 122 रन पर आउट हो गई। जडेजा ने 41 रन देकर पांच विकेट लिए। कुलदीप यादव ने दो जबकि जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने एक-एक विकेट लिया।

भारत की इससे पहले रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत 372 रन की थी जो उसने 2021 में मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ हासिल की थी। इंग्लैंड के खिलाफ यह किसी भी टीम की दूसरी सबसे बड़ी जीत है। भारतीय धरती पर रनों के लिहाज से यह सबसे बड़ी जीत का भी रिकॉर्ड है।

विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट मैच में 209 रन बनाने वाले जायसवाल ने नाबाद 214 रन आकर्षक पारी खेली जिसकी मदद से भारत ने अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 430 रन पर समाप्त घोषित करके इंग्लैंड के सामने असंभव लक्ष्य रखा। भारत ने अपनी पहली पारी में 445 रन बनाकर इंग्लैंड को 319 रन पर आउट कर दिया था।

जायसवाल ने अपनी 236 गेंद की पारी में 14 चौके और 12 छक्के लगाए। इस तरह से उन्होंने एक टेस्ट पारी में सर्वाधिक छक्के लगाने के रिकॉर्ड की बराबरी की।

बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज जायसवाल ने सरफराज खान (नाबाद 68) के साथ पांचवें विकेट के लिए 172 रन की अटूट साझेदारी की। अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे सरफराज ने मैच में लगातार दूसरा अर्धशतक जमाया। इससे पहले शुभमन गिल ने 91 रन की पारी खेली।

इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहली पारी में शतक जड़ने बेन डकेट आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। डकेट ने दावा किया था कि भारत कितने भी रन बनाए इंग्लैंड की टीम उसे हासिल कर सकती है लेकिन वह केवल चार रन बनाकर रन आउट होकर पवेलियन लौट गए।

बुमराह ने चाय के विश्राम से ठीक पहले दूसरे सलामी बल्लेबाज जॉक क्राउली (11) को पगबाधा आउट करके इंग्लैंड को एक और करारा झटका दिया।

अश्विन को अपने परिवार में आपात चिकित्सा स्थिति के कारण टीम छोड़नी पड़ी थी, लेकिन उन्होंने चौथे दिन चाय के विश्राम के बाद मैदान पर वापसी की। रोहित शर्मा ने हालांकि दूसरे छोर से जडेजा को गेंद थमाई जिन्होंने अपने कप्तान के फैसले को सही साबित करने में देर नहीं लगाई।

जडेजा ने ओली पोप (03) को स्लिप में रोहित के हाथों कैच कराया और फिर अगले ओवर में जॉनी बेयरस्टो (04) को पगबाधा आउट किया। इससे इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 28 रन हो गया। जब इंग्लैंड का स्कोर 50 रन था तब जो रूट (07) और कप्तान बेन स्टोक्स (15) भी पवेलियन लौट गए।

रूट को जडेजा ने पगबाधा आउट करके अपना तीसरा विकेट लिया जबकि कुलदीप ने स्टोक्स को इसी तरह से आउट करके इंग्लैंड की रही सही उम्मीद पर भी पानी फेर दिया। कुलदीप ने रेहान अहमद (00) को इसी स्कोर पर लॉन्ग ऑन क्षेत्र में कैच करा कर इंग्लैंड का स्कोर 7 विकेट पर 50 रन कर दिया।

बेन फॉक्स (16) और टॉम हार्टली (16) ने अगले 11 ओवर तक विकेट नहीं गिरने दिया। यह दोनों बल्लेबाज हालांकि तीन गेंद के अंदर पर पवेलियन में विराजमान हो गए। फॉक्स को जडेजा ने विकेटकीपर ध्रुव जुरैल के हाथों कैच कराया जबकि हार्टली को अश्विन ने बोल्ड किया।

मार्क वुड (33) ने 16 गेंद की अपनी पारी में 6 चौके और एक छक्का लगाकर हार का अंतर काम किया। जडेजा ने उन्हें जायसवाल के हाथों कैच कराकर अपना पांचवा विकेट लेने के साथ इंग्लैंड की परी का अंत किया।

इससे पहले जायसवाल ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। उन्होंने अपनी पारी में 12 छक्के लगाकर भारत की तरफ से नया रिकॉर्ड बनाया तथा वसीम अकरम के 28 साल पहले बनाए गए विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की। उन्होंने इस श्रृंखला में लगातार मैच में दोहरा शतक पूरा किया।

इस 22 वर्षीय बल्लेबाज की पारी का आकर्षण 41 वर्षीय तेज गेंदबाज जेंट्स एंडरसन पर लगाए गए लगातार तीन छक्के थे।

जायसवाल और सरफराज ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की और दूसरे सत्र में 16 ओवर में 116 रन जोड़े। बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर इंग्लैंड के स्पिनर जूझते हुए नजर आए। सरफराज ने 72 गेंद की अपनी पारी में 6 चौके और तीन छक्के लगाए।

जायसवाल की पारी बेहद आकर्षक थी। उन्होंने भारत की तरफ से एक पारी में सर्वाधिक छक्के लगाने के नवजोत सिंह सिद्धू और मयंक अग्रवाल के आठ आठ छक्काें के रिकॉर्ड को तोड़ा। यही नहीं वह विनोद कांबली और विराट कोहली के बाद तीसरे भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने लगातार मैच में दोहरे शतक जमाए।

भारत ने सुबह दो विकेट पर 196 रन से आगे खेलना शुरू किया। गिल और कुलदीप यादव (27) ने एक घंटे तक इंग्लैंड को सफलता नहीं मिलने दी और चौथे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी की।

इन दोनों बल्लेबाजों के बीच गलतफहमी के कारण गिल को अपना विकेट गंवाना पड़ा। कुलदीप ने हार्टली की गेंद को मिड ऑन की तरफ खेला और कुछ कदम तक रन लेने के लिए आगे बढ़े। बेन स्टोक्स ने हालांकि फुर्ती दिखाई और तुरंत ही गेंद को गेंदबाज की तरफ फेंका जिन्होंने गिल को रन आउट कर दिया।

भारत के तीसरे नंबर के बल्लेबाज गिल ने अपनी पारी में 191 गेंद खेली तथा 9 चौके और दो छक्के लगाए।

कुलदीप की 91 गेंद तक चली पारी का अंत रेहान अहमद ने किया, जिनकी गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर पहली स्लिप में जो रूट के सुरक्षित हाथों में चली गई।