ऐसे वृद्ध लोग जो ब्लड प्रैशर को ठीक रखने के लिए दवाएं ले रहे हैं, वे अनायास ही अपनी मानसिक क्षमता को कम होने से बचा रहे हैं। यह बात एक नए शोध में सामने आई है। गौरतलब है कि जिस दवा के बारे में शोधकर्ता ऐसा दावा कर रहे हैं, वह विश्वविख्यात एसई नामक दवा है। यह दवा व्यक्ति के मस्तिष्क में प्रवेश करके वहां हो रही सूजन या जलन पर रोक लगाती है। इसके अलावा इस दवा को पागलपन के इलाज में भी काफी कारगर माना जाता है। इस शोध में विज्ञानियों ने एसई अवरोधक और कम स्तर के पागलपन के बीच रिश्ता ढूंढ़ निकाला। इसके लिए शोधकर्ताओं ने मिनीमेंटल स्टेट एक्जाम की सहायता ली। इसके तहत याददाश्त, भाषा और दिमाग के दूसरे कार्यकर्ताओं का विश्लेषण किया गया। इसमें पाया गया कि एसई अवरोधक जब दिमाग में प्रवेश करता है तो पागलपन या याददाश्त कमजोर होने के चांस कम होते हैं। वेख फॉरैस्ट यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के डॉ. केयस सिंक के मुताबिक एसई और दूसरी दवाओं के असर में काफी कम अंतर है।