नयी दिल्ली, दो दिसंबर (भाषा) देश की अग्रणी खुदरा कंपनी रिलायंस रिटेल ने आंतरिक पुनर्गठन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। इसके तहत उसके उपभोक्ता कारोबार को नई इकाई न्यू रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (न्यू आरसीपीएल) में हस्तांतरित कर दिया गया है।
शेयर बाजार को सोमवार को देर रात दी गयी जानकारी के अनुसार, न्यू आरसीपीएल अब रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की प्रत्यक्ष अनुषंगी कंपनी बन गई है। इसमें उद्योगपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाले समूह की 83.56 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
रिलायंस रिटेल लिमिटेड (आरआरएल) तथा रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल), उनके शेयरधारकों व लेनदारों और रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (आरसीपीएल) के बीच व्यवस्था की योजना के अनुसार, इसने घरेलू उपभोग के रोजमर्रा के सामान से जुड़े (एफएमसीजी) ब्रांड व्यवसाय को आरआरएल से नई इकाई न्यू रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (न्यू आरसीपीएल) में हस्तांतरित कर दिया है।
इसमें कहा गया, ‘‘ यह योजना एक दिसंबर 2025 से प्रभावी हो गई है। योजना के तहत कंपनी की अनुषंगी कंपनी आरसीपीएल एक दिसंबर 2025 से अस्तित्व में नहीं है।’’
इसके अलावा आरआरवीएल से न्यू आरसीपीएल में उपभोक्ता ब्रांड ‘बिजनेस अंडरटेकिंग’ के विभाजन के लिए एक प्रतिफल के तौर पर न्यू आरसीपीएल..आरआरवीएल के शेयरधारकों को आरआरवीएल के 10 रुपये मूल्य के प्रत्येक दो पूर्ण चुकता शेयर के बदले 10 रुपये मूल्य का एक पूर्ण चुकता शेयर आवंटित करेगी।
शेयर के आवंटन पर आरआरवीएल द्वारा धारित न्यू आरसीपीएल की संपूर्ण पूर्व-योजना चुकता शेयर पूंजी बिना किसी प्रतिफल के रद्द और कम हो जाएगी।
आरआईएल ने कहा, ‘‘ तदनुसार न्यू आरसीपीएल, कंपनी की 83.56 प्रतिशत प्रत्यक्ष अनुषंगी कंपनी बन जाएगी।’’
आरआरवीएल में मूल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की 83.56 प्रतिशत हिस्सेदारी है। आरआरवीएल में अन्य निवेशकों की 16.44 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
आरसीपीएल एफएमसीजी क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में से एक है। इसने वित्त वर्ष 2024-25 में अपनी स्थापना के बाद से केवल तीन वर्ष में 11,000 करोड़ रुपये का राजस्व पार कर लिया है।
आरआईएल ने 17 अक्टूबर को अपने नवीनतम आय विवरण में कहा था कि आरसीपीएल ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में 9,850 करोड़ रुपये का सकल राजस्व दर्ज किया।
रिलायंस ने 2022 में एफएमसीजी बाजार में प्रवेश किया। उसके बाद से इसने कैंपा कोला सहित कई ब्रांड का अधिग्रहण किया और कई नए ब्रांड पेश किए हैं।
इसकी उपस्थिति कोला से लेकर साबुन, स्टेपल, डिशवॉशिंग लिक्विड, डिटर्जेंट और फ्लोर क्लीनर तक के एफएमसीजी खंड में है।
आरआरवीएल ने 31 मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए 3.30 लाख करोड़ रुपये का एकीकृत कारोबार किया था।