किसानों के प्रदर्शन से जुड़े मुद्दों पर राजनाथ सिंह और अर्जुन मुंडा ने की चर्चा

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नयी दिल्ली,  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय कृषि मंत्री (अतिरिक्त प्रभार) अर्जुन मुंडा सहित कुछ वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों ने बुधवार को किसानों के विरोध प्रदर्शन और इससे संबंधित मुद्दों को हल करने के तरीकों पर चर्चा की।

सूत्रों ने यह जानकारी दी।

राष्ट्रीय राजधानी में हुई यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब दिल्ली और हरियाणा की ओर कूच करने का प्रयास कर रहे पंजाब के किसानों को दोनों राज्यों के बीच शंभू सीमा पर रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।

हजारों किसान बुधवार सुबह एक बार फिर अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू करने के लिए पंजाब-हरियाणा की दो सीमाओं पर डटे रहे। वहीं, अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।

पुलिस ने हरियाणा के जींद जिले में दाता सिंहवाला-खनौरी बॉर्डर पर भी आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने किसानों के ट्रैक्टर रोकने के लिए भारी संख्या में अवरोधक लगाए हैं।

सूत्रों ने बताया कि राजनाथ सिंह ने मुंडा के साथ किसानों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। सिंह पूर्व में कृषि मंत्री रहे हैं जबकि मुंडा के पास कृषि मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार है। मुंडा उन मंत्रियों में शामिल हैं जिन्होंने किसान समूहों के साथ चर्चा की है।

बैठक के बारे में विस्तृत जानकारी तत्काल नहीं मिल सकी है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी समेत अन्य मांग कर रहे हजारों किसानों ने मंगलवार को अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू किया।

मुंडा ने मंगलवार को पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में कहा था कि सभी हितधारकों से परामर्श किए बिना एमएसपी की गारंटी देने वाले कानून को जल्दबाजी में नहीं लाया जा सकता। उन्होंने किसान समूहों से इस मुद्दे पर सरकार के साथ एक व्यवस्थित चर्चा करने का आग्रह किया।