नयी दिल्ली, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की 21 फरवरी को होने वाली बैठक में वैश्विक चुनौतियों के बीच अर्थव्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करेंगी।
सूत्रों ने बताया कि उच्च स्तरीय निकाय की राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली 28वीं बैठक में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास समेत वित्तीय क्षेत्र के सभी नियामक शामिल होंगे।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 47.6 लाख करोड़ रुपये का अंतरिम बजट पारित होने के बाद एफएसडीसी की यह पहली बैठक होने वाली है। इसमें 11.11 लाख करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ पूंजीगत व्यय पर विशेष ध्यान रहेगा।
बैठक में वित्त मंत्री मौजूदा वैश्विक और घरेलू आर्थिक स्थिति और वित्तीय स्थिरता के मुद्दों की समीक्षा करेंगी।
सूत्रों के मुताबिक, सीतारमण अंतरिम बजट में उल्लिखित प्रमुख प्राथमिकताओं, भविष्य की विभिन्न नीतियों और उपायों के लिए आगे बढ़ने पर जोर दे सकती हैं।
इसके अलावा, परिषद वित्तीय क्षेत्र के विकास और व्यापक आर्थिक स्थिरता के साथ समावेशी आर्थिक वृद्धि हासिल करने के लिए पहले स्वीकृत उपायों की प्रगति की भी समीक्षा कर सकती है।
एफएसडीसी की बैठक में आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता में एफएसडीसी उप-समिति द्वारा की गई गतिविधियों और एफएसडीसी के पिछले निर्णयों पर सदस्यों द्वारा की गई कार्रवाई की भी समीक्षा की जाएगी।
इस बैठक में बाजार नियामक सेबी की प्रमुख माधबी पुरी बुच, भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) के प्रमुख देबाशीष पांडा, भारतीय दिवाला और ऋण शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) के चेयरमैन रवि मित्तल और पेंशन कोष नियामक पीएफआरडीए के चेयरमैन दीपक मोहंती भी शामिल होंगे।
सूत्रों के मुताबिक, एफएसडीसी की बैठक में वित्त राज्य मंत्री बी के कराड, वित्त सचिव टी वी सोमनाथन, आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ, राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा, वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी और वित्त मंत्रालय के अन्य शीर्ष अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।