नयी दिल्ली, 30 नवंबर (भाषा) महिंद्रा एंड महिंद्रा घरेलू यात्री वाहन बाजार में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करने के लिए प्रीमियम और अलग तरह की गाड़ियां पेश करने की अपनी रणनीति पर टिके रहने की योजना बना रही है। इनमें आंतरिक दहन इंजन (आईसीई) वाली एसयूवी और इलेक्ट्रिक वाहन शामिल हैं। यह बात कंपनी के एक शीर्ष कार्यकारी ने कही है।
मुंबई की इस बड़ी वाहन कंपनी की अपने उत्पाद श्रृंखला में सीएनजी और दूसरी वैकल्पिक ईंधन प्रौद्योगिकी लाने की अभी कोई योजना नहीं है, क्योंकि वह अपनी मुख्य ब्रांड पहचान पर टिके रहना चाहती है और ऐसे ग्राहकों को लक्षित करना चाहती है, जो अलग तरह के उत्पाद चाहते हैं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष – वाहन कारोबार आर वेलुसामी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमारा ध्यान आईसीई और इलेक्ट्रिक पर रहा है, और हम इन क्षेत्रों में काफी बढ़ रहे हैं। हमारे व्यक्तिगत वाहन पोर्टफोलियो में ग्राहक अलग तरह के उत्पाद चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि कंपनी एसयूवी खंड पर खास ध्यान दे रही है और अगले चार साल में कई मॉडल लाने को तैयार है।
हालांकि, उन्होंने आगे कहा कि कंपनी का बहुउद्देश्यीय वाहन (एमपीवी) खंड पर अभी ध्यान देने का कोई इरादा नहीं है।
वेलुसामी ने बताया कि कंपनी परिचालन दक्षता और बेहतर प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के जरिये घरेलू यात्री वाहन खंड में अपनी प्रतिस्पर्धी बढ़त को कायम रखने का इरादा रखती है।
उन्होंने बताया कि एसयूवी खंड अभी भी बढ़ रहा है और कंपनी अभी से 2029 के बीच और मॉडल लाने की योजना बना रही है।
इलेक्ट्रिक वाहन खंड की बात करें, तो कंपनी की योजना इस वित्त वर्ष के अंत तक 7,000 ईवी बेचने की है।
कंपनी का इरादा 2028 तक अपनी कुल बिक्री में ईवी की हिस्सेदारी को करीब 25 प्रतिशत करने का है।