नयी दिल्ली, 30 नवंबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह वृहद आर्थिक आंकड़ों की घोषणाओं, वैश्विक रुख, ब्याज दर पर भारतीय रिजर्व बैंक के निर्णय और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अक्टूबर, 2025 के लिए औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े एक दिसंबर को जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, सोमवार को नवंबर के वाहन बिक्री के आंकड़े भी आएंगे, जो बाजार को दिशा देंगे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष- शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बहुत सारे आंकड़े आएंगे, जो बाजार में उतार-चढ़ाव का कारण बनेंगे। घरेलू मोर्चे पर वाहन बिक्री के आंकड़े आएंगे। इसके बाद एचएसबीसी विनिर्माण और पीएमआई के आंकड़े आने हैं। सबसे महत्वपूर्ण घटनाक्रम पांच दिसंबर को आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजे होंगे। आरबीआई की महंगाई, वृद्धि पर टिप्पणी काफी महत्वपूर्ण होगी।’’
जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था उम्मीद से ज्यादा 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी है- जो छह तिमाहियों में सबसे तेज रफ्तार है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती से पहले उत्पादन में तेजी आने से उपभोग बढ़ा, जिससे अमेरिका के भारी शुल्क के असर को कम करने में मदद मिली।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहा, ‘‘शुक्रवार, पांच दिसंबर को आरबीआई का मौद्रिक निर्णय बाजार के लिए काफी महत्वपूर्ण रहेगा। एक और अहम घरेलू संकेतक एक दिसंबर को आने वाले वाहन बिक्री के आंकड़े हैं। ये आंकड़े त्योहारों के मौसम की मांग और बदलते ग्रामीण और शहरी उपभोग के रुख बारे में अहम जानकारी देंगे।’’
पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 474.75 अंक या 0.55 प्रतिशत चढ़ा, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 134.8 अंक या 0.51 प्रतिशत के लाभ में रहा। बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 86,055.86 अंक के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंचा। निफ्टी ने भी अपने 26,310.45 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर को छुआ।
ऑनलाइन ट्रेडिंग और संपदा प्रौद्योगिकी कंपनी एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर ने कहा कि बाजार के ऊंचे स्तर पर रहने के साथ आने वाला सप्ताह अहम होने वाला है, क्योंकि कई खास घरेलू और वैश्विक संकेतक यह तय करेंगे कि बाजार अपनी इस तेजी को कायम रख पाता है या नहीं।