भुवनेश्वर/जमशेदपुर, टाटा स्टील के ओडिशा में कलिंगनगर और मेरामंडली स्थित संयंत्रों को प्रतिष्ठित ‘रिस्पॉन्सिबल स्टील’ प्रमाण पत्र मिला है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि ‘रिस्पॉन्सिबल स्टील’ एक वैश्विक बहु-हितधारक मानक और प्रमाणन पहल है, जिसका मकसद जलवायु परिवर्तन, विविधता और मानवाधिकारों जैसी गंभीर चुनौतियों का समाधान करके एक पर्यावरण अनुकूल इस्पात उद्योग का निर्माण करना है। इसके लिए इस्पात उत्पादकों, उपभोक्ताओं और मध्यस्थों के साथ मिलकर काम किया जाता है।
इसकी प्रमाणन प्रक्रिया में एक स्वतंत्र बाहरी मूल्यांकनकर्ता द्वारा प्रमुख नीतियों और कार्य की विस्तृत समीक्षा शामिल है।
टाटा स्टील के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) टी वी नरेन्द्रन ने कहा, “हमारे कार्य स्थलों के लिए ‘रिस्पॉन्सिबल स्टील’ प्रमाणन टाटा स्टील की पर्यावरण के लिए अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह इस्पात उद्योग की उभरती चुनौतियों से निपटने और बेहतर कल को आकार देने के प्रति हमारे सक्रिय दृष्टिकोण को दर्शाता है। हम 2025 तक भारत में अपने सभी मौजूदा इस्पात विनिर्माण स्थलों को प्रमाणित करने के अपने लक्ष्य की दिशा में अच्छी तरह से आगे बढ़ रहे हैं।”
जमशेदपुर में तीन इकाइयों- स्टील वर्क्स, ट्यूब्स डिवीजन और कोल्ड रोलिंग मिल (बारा) को अक्टूबर, 2022 में प्रमाणन दिया गया था।
बयान में कहा गया कि भारत में टाटा स्टील अब अपना 90 प्रतिशत से अधिक इस्पात उत्पादन ‘रिस्पॉन्सिबल स्टील’ प्रमाणित संयंत्र (साइट) से करती है।