बनगांव, 25 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मतदाता सूची की एसआईआर प्रक्रिया को लेकर मंगलवार को निर्वाचन आयोग पर निशाना साधा और दावा किया कि राज्य के मतुआ बहुल क्षेत्रों के मतदाताओं को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के तहत विदेशी घोषित करने पर तुरंत सूची से हटा दिया जाएगा।
ठाकुरनगर तक तीन किलोमीटर लंबे मार्च से पहले यहां एक रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने यह भी कहा कि अगर बंगाल में उन्हें चुनौती दी गई तो वह देश भर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नींव हिला देंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा “मानव जीवन बहुत कीमती है”, और लोगों से अपील की कि “वे एसआईआर के डर से आत्महत्या न करें।”
उन्होंने दावा किया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया को लेकर फैली घबराहट के कारण 35-36 मौतें हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि कई लोगों ने खुदकुशी कर ली।
एसआईआर प्रक्रिया को अव्यवस्थित बताते हुए, उन्होंने कहा कि मसौदा सूची “निर्वाचन आयोग और भाजपा द्वारा पैदा की गई भयावह स्थिति” को दर्शाएगी।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग “भाजपा आयोग” में बदल गया है, जो “दिल्ली से मिले निर्देशों” पर काम कर रहा है और वह “एआई का इस्तेमाल हेरफेर के लिए एक उपकरण के रूप में” करेगा।
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि अगर एसआईआर प्रक्रिया “दो या तीन साल” में की जाए, तो वह इसका समर्थन करेंगी, और आश्चर्य जताया कि 2026 के बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले “दो महीने के भीतर जबरदस्ती” यह कवायद क्यों की जा रही है।