बेनोनी, वह पीली जर्सी वाली टीम के खिलाफ रविवार को अंडर 19 विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेंगे लेकिन उनका अगला लक्ष्य पीली जर्सी पहनकर महेंद्र सिंह धोनी को उन पर फख्र करने का मौका देने का होगा ।
अंडर 19 विश्व कप फाइनल में आस्ट्रेलिया का सामना करने जा रही भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज अरावेली अवनीश राव उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं जिनके पास इतनी कम उम्र में आईपीएल का अनुबंध है । उन्हें महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स ने पिछले महीने आईपीएल नीलामी में 20 लाख रूपये के आधार मूल्य में खरीदा था ।
अंडर 19 विश्व कप में कई मौकों पर धोनी की झलक देने वाले अरावेली ने भाषा को दिये विशेष इंटरव्यू में कहा ,‘‘ मुझे यकीन ही नहीं हुआ था कि सीएसके ने मुझे चुना है । मुझे विश्वास करने में समय लगा । मैं उस समय घर पर ही था और हमारा फोन लगातार बज रहा था ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘अब मैं धोनी सर और सीएसके को गौरवान्वित करना चाहता हूं । अभी आईपीएल के बारे में नहीं सोच रहा हूं । फाइनल के बाद सोचूंगा लेकिन सीएसके के लिये और धोनी सर की कप्तानी में खेलना हर क्रिकेटर का सपना होता है । मेरे लिये यह सपना सच होने जैसा है।’’
अपने पिता के साथ बैठकर क्रिकेट देखने वाले अरावेली ने कहा ,‘‘ मैं बचपन से ही क्रिकेटर बनना चाहता था । पापा साफ्टवेयर इंजीनियर हैं लेकिन क्रिकेट के शौकीन हैं और उनके साथ बैठकर मैच देखते देखते मेरी रूचि जाग गई।’’
वह अब जल्दी से सीएसके का हिस्सा बनकर धोनी से बहुत कुछ सीखना चाहते हैं ।
उन्होंने कहा ,‘‘मैं दबाव के हालात में दृढ रहना उनसे सीखना चाहता हूं । जब टीम अच्छा नहीं खेल रही हो , ऐसे में वह कैसे टीम को संकट से निकालते हैं और मैच जिताते हैं । विश्व कप 2011 की उनकी वह पारी । उनसे सीखने के लिये बहुत कुछ है ।’’
नवंबर में चार देशों की श्रृंखला में 376 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पांच विकेट 95 रन पर गिरने के बाद 93 गेंद में 163 रन बनाकर टीम को जीत दिलाने वाले अरावेली ने विजय हजारे ट्रॉफी के जरिये लिस्ट ए क्रिकेट में हैदराबाद के लिये पदार्पण किया था ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं धोनी सर से स्पिनरों के सामने विकेटकीपिंग करना और विकेटकीपिंग में चुस्ती लाना भी सीखना चाहता हूं ।’’
अरावेली के आदर्श आस्ट्रेलियाई दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट हैं जिनके वीडियो वह अक्सर देखते रहते हैं ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मेरे आल टाइम फेवरिट गिलक्रिस्ट हैं । मैने उनके वीडियो देखकर बहुत कुछ सीखा है । खेल की उनकी समझ और हर हालात में आत्मविश्वास बनाये रखना काबिले तारीफ है । मैं भी उनकी तरह खब्बू बल्लेबाज हूं । उनसे मिलने की तमन्ना है ।’’
विश्व कप फाइनल की तैयारी के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ हम पहले दिन से अच्छा खेल रहे हैं और यहां जीतने के इरादे से ही आये थे । एक ईकाई के रूप में खेलना हमारी ताकत है और हम कोई दबाव नहीं ले रहे । होटल में जाने के बाद क्रिकेट से इतर बातें करते हैं ताकि तरोताजा रहें और दबाव से दूर भी ।’’