वाशिंगटन, एक विशेष वकील की बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट में इस बात के सबूत मिले कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अफगानिस्तान में सैन्य और विदेश नीति सहित अत्यधिक गोपनीय जानकारी जानबूझकर अपने पास रखी और साझा कीं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि मामले में आपराधिक आरोपों की आवश्यकता नहीं है।
बाइडन पर यह गोपनीय जानकारी तब अपने पास रखने और साझा करने का आरोप है जब उनके पास कोई आधिकारिक जिम्मेदारी नहीं थी।
विशेष वकील रॉबर्ट हर की रिपोर्ट उस आपराधिक जांच का भी समाधान करती है जिसने पिछले वर्ष बाइडन के राष्ट्रपति पद पर रहने को लेकर सवाल उठाए थे। लेकिन संवेदनशील सरकारी रिकॉर्ड को संभालने को लेकर रिपोर्ट में की गई उनकी कटु आलोचना और उनकी याददाश्त को लेकर उठाए गए सवाल से उनकी योग्यता और बढ़ती उम्र फिर एक बार चर्चा का विषय बनेगी। इससे आगामी राष्ट्रपति चुनाव में उनकी दावेदारी पर भी असर पड़ सकता है।
इसके अलावा, ये निष्कर्ष निश्चित रूप से नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में बाइडन के संभावित प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रम्प पर प्रभावी रूप से निशाना साधने की उनकी क्षमता पर भी असर डालेंगे। पूर्व राष्ट्रपति पर फ्लोरिडा में अपने मार-ए-लागो एस्टेट में अवैध रूप से खुफिया रिकॉर्ड जमा करने का आरोप है। दोनों मामलों के बीच काफी अंतर के बावजूद, ट्रम्प ने खुद को ‘न्याय की दो-स्तरीय प्रणाली’ के पीड़ित के रूप में पेश करने के लिए विशेष वकील की रिपोर्ट का सहारा लिया है।
हर को इस बात के सबूत मिले हैं कि बाइडन ने जान-बूझकर अत्यधिक खुफिया जानकारी को एक ऐसे व्यक्ति के साथ साझा किया था जो अपनी पहचान छुपाकर अन्य के नाम से लेख लिखता (घोस्टराइटर) है।
अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ द्वारा जारी एक बयान में बाइडन ने हर के इस दावे का खंडन किया कि उन्होंने खुफिया जानकारी साझा की है। उन्होंने कहा, “मैंने खुफिया जानकारी साझा नहीं की। मैंने इसे अपने घोस्टराइटर के साथ साझा नहीं किया।”
बाइडन ने उनके दिवंगत बेटे ब्यू की कैंसर से हुई मौत को याद करने को लेकर विशेष वकील द्वारा उन पर सवाल उठाने को लेकर भी निशाना साधा। राष्ट्रपति ने कहा,’ उसने इस सवाल को उठाने की हिम्मत कैसे की?’
बाइडन ने हर के सबूतों पर संवाददाताओं से कहा,”मेरी याददाश्त ठीक है” और बताया कि वह राष्ट्रपति पद संभालने के लिए सबसे योग्य व्यक्ति हैं।