नयी दिल्ली, 24 नवंबर (भाषा) भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) न्यायमूर्ति सूर्यकांत अब उच्चतम न्यायालय के पांच सदस्यीय कॉलेजियम का नेतृत्व करेंगे।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने सोमवार को भारत के 53वें प्रधान न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली। न्यायमूर्ति सूर्यकांत को न्यायमूर्ति बी आर गवई के स्थान पर न्यायपालिका के सर्वोच्च पद पर नियुक्त किया गया है। न्यायमूर्ति गवई रविवार को सेवानिवृत्त हो गए।
पांच और तीन सदस्यीय कॉलेजियम का पुनर्गठन पूर्व सीजेआई गवई की सेवानिवृत्ति के बाद एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है।
सीजेआई सूर्यकांत के अलावा पांच सदस्यीय कॉलेजियम में अब न्यायमूर्ति विक्रम नाथ, न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना, न्यायमूर्ति जे के माहेश्वरी और न्यायमूर्ति एम एम सुंदरेश शामिल होंगे। कॉलेजियम उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों का चयन करता है और उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के स्थानांतरण पर निर्णय लेता है।
उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों का चयन करने वाले तीन सदस्यीय कॉलेजियम में प्रधान न्यायाधीश तथा न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति बी.वी. नागरत्ना सदस्य होंगे।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत का सीजेआई के रूप में लगभग 15 महीने का कार्यकाल है। कॉलेजियम में केवल एक बदलाव तब होगा जब न्यायमूर्ति माहेश्वरी 28 जून 2026 को सेवानिवृत्त होंगे। न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा कॉलेजियम के सदस्य बनेंगे। सीजेआई सूर्यकांत के सेवानिवृत्त होने के बाद न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला कॉलेजियम में शामिल होंगे।
कॉलेजियम प्रणाली उच्च न्यायपालिका में न्यायाधीशों की नियुक्ति और स्थानांतरण के लिए एक व्यवस्था है।